देहरादून, उत्तराखंड की चारधाम यात्रा पर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) भी बराबर नजर बनाए हुए है। उच्च हिमालयी क्षेत्र में स्थित बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री की यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की हृदयाघात से मौत के संबंध में पीएमओ की ओर से ब्योरा तलब किए जाने से इसकी पुष्टि होती है।

इसके साथ ही यात्रा में उमड़ रही भीड़ और यात्रा मार्गों पर की गई व्यवस्थाओं के बारे में भी पीएमओ लगातार जानकारी ले रहा है।
इस बार यात्रियों में जबदस्त उत्साह
पिछले दो वर्षों में कोरोना संकट के कारण बुरी तरह प्रभावित रही चारधाम यात्रा को लेकर इस बार यात्रियों में जबदस्त उत्साह है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यात्रा शुरू हुए सप्ताहभर का ही समय हुआ है और दो लाख से ज्यादा लोग चारों धामों में दर्शन कर चुके हैं। अब तक 10 लाख से अधिक पंजीकरण भी हो चुके हैं।
भीड़ बढ़ने से बढ़ने लगी है चिंता
इस परिदृश्य के बीच यात्रियों के लिए व्यवस्था जुटाना किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। यद्यपि, राज्य सरकार ने धामों की वहन क्षमता के हिसाब से व्यवस्थाएं की हैं, लेकिन भीड़ बढ़ने से चिंता भी बढ़ने लगी है।
विभिन्न स्थानों पर लगाई चार डिवाइस
यात्रियों की संख्या की सही जानकारी के उद्देश्य से बदरीनाथ में दो और केदारनाथ यात्रा के पहले पड़ाव गौरीकुंड से लेकर केदारनाथ धाम तक चार डिवाइस विभिन्न स्थानों पर लगाई गई हैं। इनके माध्यम से वहां आने वाले यात्रियों की सटीक संख्या मिल रही है। इन दोनों धामों के साथ ही अन्य यात्रा मार्गों पर ऐसी व्यवस्था की गई है। इन सभी की जानकारी भी पीएमओ को दी गई है।
अब किस धाम में कितने श्रद्धालु प्रतिदिन करेंगे दर्शन
धाम- संख्या
बदरीनाथ- 16000
केदारनाथ- 13000
गंगोत्री- 8000
यमुनोत्री- 5000
हृदयगति रुकने से बदरी-केदार में तीन श्रद्धालुओं की मौत
केदारनाथ दर्शनों को आए दो और यात्रियों की मंगलवार को हृदयगति रुकने से मौत हो गई। इनमें एक श्रद्धालु मध्य प्रदेश व दूसरा पंजाब का रहने वाला था। इससे पहले रविवार व सोमवार को भी दो श्रद्धालुओं ने दम तोड़ा। इसके अलावा बदरीनाथ दर्शनों को आए उत्तर प्रदेश के एक श्रद्धालु की मौत भी हृदयगति रुकने से हुई। इसके साथ ही चारों धाम में अब तक 22 श्रद्धालुओं की मौत हृदयगति रुकने से हो चुकी है।
जानकारी के अनुसार मध्य प्रदेश के ब्रह्मपुरी (खरगौन) निवासी भूरा (70) की मौत केदारनाथ जाते हुए पैदल मार्ग पर भीमबली के पास हुई। जबकि, पंजाब के धौला (संगरूर) निवासी रामचंद्र (57) ने सोनप्रयाग के एक होटल में दम तोड़ा। रामचंद्र अपने कमरे में सोये हुए थे।
सुबह जब साथ आए श्रद्धालुओं ने उन्हें जगाने की कोशिश की तो वह मृत मिले। मुख्य चिकित्साधिाकरी डा. बीके शुक्ला ने बताया कि हृदयगति रुकने से केदारनाथ में अब तक सात श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है। जबकि, एक श्रद्धालु की मौत गौरीकुंड में खाई में गिरने से हुई।
उधर, बदरीनाथ यात्रा पर आए उत्तर प्रदेश के हसनगंज (उन्नाव) सर्वजीत सिंह (53) जोशीमठ के एक होटल में ठहरे हुए थे। रात को सीने में तेज दर्द की शिकायत पर उन्हें स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हृदय गति रुकने से मरने वाले श्रद्धालु
धाम- मंगलवार को- कुल मृतक
यमुनोत्री- 00- 11
गंगोत्री- 00- 03
केदारनाथ- 02- 07
बदरीनाथ- 01- 01
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