चीन की राजधानी बीजिंग में एक महीने से अधिक समय के बाद सोमवार को कोरोना संबंधी प्रतिबंधों से बहुत हद तक राहत मिल गई। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए आंशिक प्रतिबंधों के चलते रेस्तरां जैसे सार्वजनिक स्थलों को बंद कर दिया गया था। सोमवार को पाबंदियों से राहत मिली तो रेस्तरां में बड़ी संख्या में लोग अपने स्वजनों के साथ स्वादिष्ट व्यंजनों का लुफ्त उठाते नजर आए। शंघाई की तरह बीजिंग में पाबंदियां सख्त नहीं थी, लेकिन सार्वजनिक परिवहन सेवा निलंबित कर दी गई थी, कुछ लोगों को क्वारंटाइन में रखा गया था और ज्यादातर लोगों को घर से ही काम करने के लिए मजबूर किया गया था।

मास्क पहनना अभी भी जरूरी
अब जब स्कूल खुल गए हैं और सार्वजनिक परिवहन से भी शुरू कर दी गई है, लेकिन हर किसी के लिए मास्क पहनना, टेंपरेचर की जांच कराते रहना, सबवे या दफ्तर जाने के लिए पीसीआर जांच कराने की अनिवार्यता बरकरार है। पिछले दिनों बीजिंग और शंघाई समेत कई शहरों में ओमिक्रोन के चलते कोरोना महामारी तेजी से फैली थी। संग्रहालय, सिनेमा और जिम को 75 प्रतिशत क्षमता तक संचालित करने की अनुमति दी गई है।
एक अजीबोगरीब मामला आया था सामने
बता दें कु कुछ दिनों पहले बीजिंग में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया था। वहां एक शख्स के खिलाफ आपराधिक जांच बिठाई गई है, क्योंकि उसने अनिवार्य कोविड-19 होम आइसोलेशन का पालन नहीं किया. इसकी वजह से अधिकारियों को उसके पड़ोस में रहने वाले 5000 से भी ज्यादा लोगों को या तो होम क्वारेंटीन में या फिर सरकारी क्वारेंटीन सेंटर में भेजना पड़ा था। ‘द गार्जियन’ की रिपोर्ट के अुनसार उस व्यक्ति को बाद में कोरोना पाजिटिव पया गया। उसकी ऐसी हरकत तब सामने आई है बीजिंग और शंघाई में कोरोना प्रतिबंधों में ढील देने की शुरुआत की गई है।
अधिकारियों के अनुसार, 23 मई को एक जोखिम क्षेत्र माने जाने वाले शॉपिंग प्लाजा में प्रवेश करने के बाद, व्यक्ति को घर पर अलग-थलग रहने के लिए कहा गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि होम क्वारेंटीन की अवधि के दौरान वह “कई बार बाहर गया और महामारी के फैलने के जोखिम के बावजूद लोगों ये मिलता-जुलता रहा। इसके पांच दिन में बाद शख्स और उसकी पत्नी, दोनों ही कोरोना पीजिटिव पाए गए थे।
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