प्रदेश के दो सबसे बड़े महाविद्यालय डीएवी पीजी कॉलेज देहरादून और एमबी राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी में पहली बार छात्रसंघ चुनाव ईवीएम के जरिये कराने के सरकारके मंसूबे परवान नहीं चढ़ पाए। ईवीएम मशीन की सही हालत में उपलब्धता एवं तकनीकी संचालक नहीं होने के कारण दोनों महाविद्यालयों में इस बार भी बैलेट पेपर से ही मतदान होगा। 
डीएवी महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना और अन्य चुनाव अधिकारियों की जिलाधिकारी एस. मुरूगेशन के साथ बैठक हुई। बैठक में निर्वाचन आयुक्त उत्तराखंड के सचिव रोशनलाल ने बताया कि यहां मौजूद ईवीएम के पैक्स और बैटरी की जांच दिसंबर 2017 के बाद नहीं हुई है।
इसकी तकनीकी जांच के लिए हैदराबाद संपर्क करना पड़ेगा। जिसमें कम से कम 12 से 15 दिन का समय लग सकता है। जबकि, छात्रसंघ चुनाव आठ सितंबर को निर्धारित हैं। इसे देखते हुए चुनाव बैलेट पेपर से ही संभव हो पाएंगे।
प्राचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने कहा कि जिलाधिकारी से बैठक के बाद फैसला लिया गया है कि डीएवी में छात्रसंघ चुनाव प्रक्रिया आठ एवं नौ सितंबर को संपन्न होगी। आठ को मतदान होगा, जबकि नौ सितंबर को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किया जाएगा। 10 सितंबर को एचएनबी गढ़वाल विवि छात्र महासंघ के चुनाव से पहले विवि प्रतिनिधि चुन लिया जाएगा।
डीएम के साथ बैठक में डीएवी कॉलेज के मुख्य चुनाव अधिकारी डॉ. डीके त्यागी, आलोक श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे। उधर, मोतीराम बाबूराम राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय हल्द्वानी की प्राचार्य ने एसडीएम के साथ हुई। बैठक में ईवीएम का कुल खर्च छह लाख रुपये चुकाने में असमर्थता जताई और चुनाव बैलेट पेपर पर करने का फैसला लिया।
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