उत्तर कोरिया के न्यूक्लियर प्रोग्राम का खौफ तो दुनियाभर में है. लेकिन इस टेंशन के चलते, सोमवार को जापान ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद, पहला निकासी अभ्यास स्थापित किया. जिसे कवर करने के लिए सैकड़ों नागरिक राजधानी टोक्यो में इकट्ठा हुए.#बड़ी खबर: राष्ट्रभाषा का विरोध करते हुए सांसदों ने हिंदी और भोजपुरी में ली शपथ
टोक्यो के एम्यूजमेंट पार्क में यह अभ्यास किया गया. वहां एक लाउडस्पीकर के द्वारा यह चेतावनी गूंज रही थी कि हमें यह जानकारी है कि एक मिसाइल लॉन्च हुई है. कृपया किसी इमारत या भूमिगत को आराम से खाली करें.
पार्क का एक कर्मचारी चिल्ला रहा था कि एक मिसाइल लॉन्च हुई थी….एक मिसाइल लॉन्च हुई थी…उसी समय करीब 250 लोकल नागरिक और ऑफिस में काम कर रहे लोग कंक्रीट इमारत या पास के सबवे स्टेशन की तरफ भागने लगे.
कुछ वक्त बाद ही लाउडस्पीकर के द्वारा ही दूसरा संदेश भेजा गया कि मिसाइल चली गई है, वह ‘कांटो’ इलाके की तरफ चली गई है.
बता दें कि प्राकृतिक आपदाओं और भूकंप के प्रकोप वाले इलाके के लोग इस निकास अभ्यास से भलिभांति परिचित हैं लेकिन उत्तर कोरिया का टोक्यो पर मिसाइल अटैक का अनुकरण करने वाला यह विचार नया है. हालांकि पिछले साल भी इसी तरह का अभ्यास जापान के बाकी के इलाकों में भी हुआ था.
विश्वविद्यालय के एक छात्र ने अभ्यास करते समय कहा कि मुझे लगता है ऐसा अभ्यास होने से अच्छी बात नही हो सकती, लेकिन मैं प्रार्थना करता हूं कि उत्तर कोरिया की तरफ से कोई मिसाइली हमला ना हो.
उत्तर कोरिया ने बेशक अगले महीने होने वाले विंटर ओलंपिक में अपने एथलीट भेजने की योजना बनाकर वैश्विक स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है, लेकिन यह अभ्यास उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल के क्षेत्रीय तनाव के रूप में उच्च है.
आपको बता दें कि पिछले साल प्योंगयोंग ने तीन मिसाइल जापान के ऊपर से निकाल दी थी और कुछ को समुद्र में दाग दिया था. जिस कारण आतंक और नाराजगी को देखा गया था.
देखा जाता है कि हर बार उत्तर कोरिया ने जापान पर एक मिसाइल की शुरूआत की, देश की चेतावनी प्रणाली मोबाइल फोन और सड़कों पर लाउडस्पीकर प्रसारण के माध्यम से निवासियों को चेतावनी दे दी जाती है.
पिछले हफ्ते, जापान के सार्वजनिक ब्रॉडकास्टर एनएचके ने गलती से कहा था कि उत्तर कोरिया ने मिसाइल लॉन्च कर दी है. कुछ मिनट बाद ही त्रुटी के लिए माफी मांगी.