जल्द आ रहे LIC के IPO से आम आदमी पर क्या पड़ेगा असर, जानिए यहां #tosnews
1956 में मात्र पांच करोड़ रुपए की शुरूआती पूंजी से शुरू LIC का अब बाजार में प्रवेश होने जा रहा है। एलआइसी LIC का आइपीओ IPO आने के बाद लोग इसमें सीधे तौर पर एलआइसी LIC के शेयर खरीद सकेंगे। इस साल अक्तूबर में आइपीओ IPO आने की संभावना तेज है। #tosnews
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण Nirmala Sitaraman की संसद में घोषणा के बाद लोगों में हलचल मच गई। अब एलआइसी LIC का आइपीओ IPO आने के बाद के फैसले से आम आदमी के मन में शंका है कि बाजार में विनिवेश का रास्ता खुलने से उसकी जमापूंजी भी प्रभावित होगी। कहीं उनके बचत saving पर सरकार का आदेश कोई संकट तो नहीं खड़ा कर देगा। देश के 25 करोड़ से अधिक एलआइसी LIC बीमा धारक policyholder और आम आदमी इस खबर के बाद परेशान है। #tosnews
हर दूसरा नौकरीपेशा और व्यापारी एलआइसी LIC का बीमाधारक policyholder है। गांवों में भी एलआइसी LIC के बीमाधारक policyholder काफी संख्या में हैं। इस हलचल के बाद मामले में जानकारों का कहना है कि इससे बीमा धारकों की जमापूंजी पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है। केंद्र सरकार के इस कदम की विपक्ष ने भी काफी आलोचना की थी। जबकि सरकार की ओर से यह बताया गया था कि एलआइसी LIC का निजीकरण नहीं बल्कि कुछ शेयरों का विनिवेश किया जा रहा है। एलआइसी LIC पेशेवर तरीके से काम करे और पूंजी का निवेश हो इसलिए यह फैसला लिया गया है।
आम आदमी को क्या है फायदा #tosnews
पिछले दिनों संसद में वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर Anurag Thakur ने एक सवाल के जवाब में कहा कि सरकार एलआइसी LIC का नियंत्रण अपने हाथ से नहीं जाने देगी, यह सरकार के हाथ में बनी रहेगी। उन्होंने एलआइसी LIC आइपीओ IPO के ग्राहकों के लिए भी अलग कोटा तय करने की बात कही है। उन्होंने यह भी कहा कि शेयरधारकों के हितों की रक्षा के लिए कंपनी का प्रबंधन नियंत्रण भी सरकार के पास ही रहेगा। अब इतनी घोषणाओं के बाद लोगों ने राहत की सांस जरूर ली है, लेकिन आगे को लेकर संशय बना हुआ है।
बाजार में है एलआइसी LIC की मजबूत पकड़ #tosnews
बीमा के बाजार में एलआइसी LIC अब तक की सबसे मजबूत कंपनी मानी जाती है। शेयर बाजार में लिस्टिंग होने के बाद इसका आइपीओ IPO बाजार में आएगा। आंकड़ों की माने तो जुलाई 2019 में एलआइसी LIC की कुल संपत्ति 31 लाख करोड़ रुपए से अधिक आंकी गई थी। 2018-19 के आंकड़े बताते हैं कि इस वित्तीय वर्ष एलआइसी LIC का सिर्फ नए प्रीमियम ही डेढ लाख करोड़ रुपए था। सरकार इसकी अगर 10 फीसद हिस्सेदारी बेचेगी तो 80 से 90 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा मिल सकते हैं। शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद एलआइसी देश की सबसे बड़ी कंपनी भी बन सकती है। #tosnews
——-GB Singh