नई दिल्ली: कच्चे तेल में आई तेजी के बाद से Petrol व Diesel की कीमतों में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी है। इस सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल करीब चार डॉलर महंगा हो गया है। हालांकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार जंग गहराने की आशंका से वैश्विक बाजार में शुक्रवार कच्चे तेल की तेजी थम गई।
मगर जानकार बताते हैं मांग और पूर्ति के बदलते परिदृश्य में बहरहाल तेल की महंगाई से निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है। एंजेल ब्रोकिंग लिमिटेड के रिसर्च ;कमोडिटीज व करेंसीद्ध के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता की मानें तो ब्रेंट क्रूड में 80 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई अमेरिकी लाइट क्रूड में 75 डॉलर प्रति बैरल का स्तर तक का उछाल देखने को मिल सकता है।
इस प्रकार पेट्रोल और डीजल की कीमतें आगे और बढ़ सकती हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शुक्रवार को फिर पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी हुई। दिल्ली में पेट्रोल 78.52 रुपये प्रति लीटर और डीजल 70.21 रुपये प्रति लीटर हो गया है। बताया जाता है कि सऊदी अरब द्वारा कच्चे तेल के उत्पादन में कटौती करने, अमेरिका में पिछले सप्ताह तेल के भंडार में कमी और ईरान पर अमेरिकी प्रतिबंध से तेल की कीमतों में तेजी आई है जो आने वाले दिनों में भी जारी रह सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेल का दाम बढऩे से भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम में बढ़ोतरी का सिलसिला जारी रहेगा। भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में महंगाई से फिलहाल निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है क्योंकि कच्चे तेल के दाम में आगे और इजाफा होगा। सर्दी के मौसम में अमेरिका में तेल की खपत बढ़ जाती है जिससे कीमतें बढऩे की पूरी संभावना दिख रही है।