कालेधन के खिलाफ मोदी सरकार के सख्त कदमों के बीच एक और खुलासा हुआ है। चुनाव आयोग ने खुलासा किया है कि देश में रजिस्टर्ड 1900 दलों में से 400 ने कभी कोई चुनाव ही नहीं लड़ा। मुख्य चुनाव आयुक्त नसीम जैदी के मुताबिक, 1900 पार्टियों में से 400 ऐसी पार्टियां हैं जिन्होंने कभी कोई चुनाव नहीं लड़ा है। जैदी ने शंका जाहिर की है कि इन पार्टियों का गठन काले धन को सफेद करने के उद्देश्य से भी किया जा सकता है।
नोटबंदी के बाद पकड़ा गया 2,000 करोड़ का काला धन
दोबारा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया लंबी मुख्य चुनाव आयुक्त नसीद जैदी ने कहा कि चुनाव आयोग ने ऐसी पार्टियों को लिस्ट से निकालने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे राजनीतिक पार्टी के तौर पर आयकर और चंदे में मिलने वाली छूट बंद की जा सकेगी। पार्टियों की लिस्ट में आयोग हर साल कांट-छांट करती है। इन पार्टियों को फिर से रजिस्टर्ड नहीं करने के सवाल पर मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा दोबारा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया काफी लंबी होती है।
बड़ी खबर: 30 दिसंबर के बाद डबल हो जायेंगे बैंक में जमा आपके रूपये
राज्य चुनाव आयोगों से मांगी गई लिस्ट मुख्य चुनाव आयुक्त ने यह भी कहा कि भविष्य में दोबारा रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया की जाएगी। फिलहाल इस अनियमितता को देखते हुए त्वरित उपाय के तौर पर यह एक्शन लिया जा रहा है। चुनाव आयोग ने राज्य चुनाव आयोगों को ऐसी पार्टियों की लिस्ट भेजने का निर्देश दिया है जिन्होंने कभी चुनाव नहीं लड़े। मुख्य चुनाव आयुक्त जैदी ने यह भी बताया कि इन पार्टियों को मिलने वाले अनुदानों का विवरण भी भेजने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि अबसे हर वर्ष रजिस्टर्ड पार्टियों की लिस्ट का विश्लेषण किया जाएगा।