बुधवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की इनॉगरेशन डे सेरेमनी पर लेडी गागा और जेनिफर लोपेज जैसे कई लोकप्रिय अमेरिकी एंटरटेनर और कलाकारों ने पावर-पैक प्रदर्शन किया. लेकिन इस कार्यक्रम की स्टार कलाकार बनकर उभरीं 22 साल की अमांडा गोर्मन. अमांडा ने यहां ‘द हिल वी क्लाइम्ब’, और ‘मेक अमेरिका वन’ जैसी कविताएं पढ़कर सभी को मंत्रमुग्ध तो किया ही साथ में नस्लीय भेदभाव पर एक बड़ा संदेश भी दिया.

अमांडा गॉर्मन अमेरिका की पहली राष्ट्रीय युवा कवि लॉरेट है. वह इनॉगरेशन डे सेरेमनी में एक अमेरिकी राष्ट्रपति के मंच से कविता पाठ करने वाली सबसे कम उम्र की कवियित्री बन गईं हैं. एक मिलेनियल कवि अमांडा का जन्म लॉस एंजिल्स में अफ्रीकी प्रवासी परिवार में हुआ. वो कवियत्री होने के साथ ही लेखक, कलाकार और कार्यकर्ता हैं. उनका काम उत्पीड़न, नारीवाद, नस्ल और हाशिए के मुद्दों पर केंद्रित है.
अमांडा गॉर्मन ने यहां अपनी खुद की लिखी कविता पढ़ी, जिसका संदेश एकता और साथ रहने पर था. अमांडा ने अपनी कविता द हिल वी क्लाइंब को शुरू करने से ठीक पहले कहा कि जब भी दिन ढलता है तो हम खुद से सवाल रकते हैं कि हम कभी न मिटने वाली छाया से कहां पर लाइट पा सकते हैं.
कैपिटल हिल में बीते दिनों हुई घटना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि उस दौरान हमने एक ऐसी ताकत देखी जो हमारे देश को सांझी संस्कृति में जोड़ने के बजाय नष्ट कर सकती है. ये प्रयास काफी हद तक सफल हो गया था, लेकिन लोकतंत्र में देरी हो सकती है लेकिन उसे हमेशा के लिए हराया नहीं जा सकता है. अपनी कविता में अमांडा ने खुद को एक अश्वेत लड़की बताया, ऐसी बेटी जिसे उसकी मां ने पाला है. उन्होंने कहा कि मैं इस देश में राष्ट्रपति बनने का भी सपना देख सकती हूं.
कैपिटल हिल में हिंसात्मक कार्रवाई का जिक्र करने के अलावा वो अपनी कविता और वक्तव्य से न सिर्फ अमेरिका बल्कि सोशल मीडिया के जरिये पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन चुकी हैं.
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