अभी हाल ही में साइंस को लेकर रिसर्च की गई जिसमें सामने आया कि लड़कियों में आत्मविश्वास की होने के कारण ही बहुत कम लड़कियां साइंस और इंजिनीयरिंग में उच्च शिक्षा लेती हैं।
रिसर्च के मुताबिक “लगातार ऐसा तर्क दिया जा रहा है कि उच्च शिक्षा में विज्ञान विषयों में लैंगिक विषमता योग्यता को दर्शाती है। लेकन जब हमने गणित में योग्यता की परीक्षा ली तो पाया कि लड़के और लड़कियां बराबर योग्य हैं। इस समानता के बावजूद लड़के खुद को गणित में बेहतर मानते हैं, जबकि लड़कियां खुद को कमतर मानती हैं।”
हाल के दशक में पूरी दुनिया में उच्च शिक्षा ग्रहण करने वाली लड़कियों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है। इसके बावजूद भौतिकी, इंजिनीयरिंग, गणित और कंप्यूटर विज्ञान में महिलाओं का प्रतिनिधित्व कम बना हुआ है।
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि गणित में उच्च शिक्षा प्राप्त कुशल व्यक्तियों के बीच भी गणित में योग्यता को लेकर पूर्वग्रह का स्तर वैसा ही है। समान रूप से योग्य होने के बावजूद जहां लड़के कहीं अधिक आत्मविश्वास से भरे नजर आए, वहीं लड़कियों का आत्मविश्वास कमजोर रहा।