हम सभी ने कस्टम विभाग का नाम कभी न कभी सुना ही होगा। कस्टम डिपार्टमेंट का काम देश में आयात और निर्यात होने वाले चीजों पर कर का निर्धारण और उसको वसूलने का काम करता है और साथ ही यह आयात और निर्यात हो रही चीजों की चेकिंग और तस्करी (स्मगलिंग) रोकने का होता है। इसीलिए इस विभाग में आप सरकारी नौकरी करने के साथ ही देश सेवा का मौका भी मिलता है और साथ ही समाज में प्रसिद्धि भी प्राप्त होती है।
अगर आप भी कस्टम विभाग में अधिकारी बनना चाहते हैं तो इसलिए कुछ अनिवार्य योग्यताएं और चयन प्रॉसेस को पूरा करना होता है। इसकी पूरी जानकारी आप यहां से हासिल करके इस दिशा में एक कदम बढ़ा सकते हैं।
कौन बन सकता है कस्टम अधिकारी
कस्टम अधिकारी बनने के लिए उम्मीदवारों को इंटरमीडिएट उत्तीर्ण करने के बाद किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान/ विश्वविद्यालय से न्यूनतम 55 प्रतिशत अंकों के साथ किसी भी स्ट्रीम में ग्रेजुएशन उत्तीर्ण होना आवश्यक है। इसके साथ ही अभ्यर्थी की न्यूनतम आयु 21 वर्ष से कम और अधिकतम आयु 28 वर्ष से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। आरक्षित श्रेणी से आने वाले उम्मीदवारों को नियमानुसार छूट प्रदान की जाती है।
सिलेक्शन प्रॉसेस
कस्टम अधिकारी बनने के लिए आपको यूपीएससी सिविल सर्विसेज परीक्षा को उत्तीर्ण करना होगा। इस एग्जाम में सफलता प्राप्त करने के बाद आप कस्टम डिपार्टमेंट में आईआरएस (सी एंड सीई) को प्राथमिकता देकर कस्टम अधिकारी बन सकते हैं।
यूपीएससी की ओर से यह परीक्षा प्रतिवर्ष आयोजित की जाती है। इसमें तीन चरण होते हैं। पहले चरण में प्रीलिम एग्जाम का आयोजन किया जाता है। इसमें सफल होने वाले उम्मीदवार मेंस एग्जाम में भाग लेंगे और मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को अंत में इंटरव्यू प्रॉसेस में शामिल होना होगा। सभी चरणों में किये गए प्रदर्शन के आधार पर उम्मीदवारों की फाइनल लिस्ट तैयार की जाती है।