अपने जीवन में जब कोई इंसान परेशान रहता है और उसे अपनी परेशानी का कोई भी हल समझ में नहीं आता तो ऐसे में शास्त्र ही उसकी समस्त परेशानी का हल कर सकते हैं. हिन्दू धर्म में ज्योतिष शास्त्र का बहुत महत्व है इसके माध्यम से व्यक्ति अपने जीवन में आने वाली समस्याओं को दूर कर सकता है व भविष्य में घटने वाली घटना की जानकारी प्राप्त कर सकता है. ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों की स्थिति को अधिक महत्व दिया जाता है इसके अनुसार ग्रह ही व्यक्ति के जीवन में लाभ व हानि का कारण होते है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यदि आपकी कुंडली का कोई ग्रह आपको अशुभ फल दे रहा है तो उसे शांत करने के लिए रत्न को महत्वपूर्ण माना गया है क्योंकि सभी रत्नों का सम्बन्ध ग्रह से होता है और व्यक्ति को उन्ही ग्रह को ध्यान में रखकर राशि के अनुसार ही रत्न धारण करना चाहिए. इन्ही रत्नों की श्रंखला में एक रत्न है फिरोजा जो कि बहुत खास है और इसका प्रभाव भी व्यक्ति के जीवन में कई प्रकार की खुशियाँ लेकर आता है आइये जानते है इस रत्न की अन्य खासियत क्या है?
फिरोजा के फायदे – फिरोजा अन्य रत्नों की अपेक्षा बहुत सस्ता रत्न है इसे धारण करने वाले व्यक्ति को कई रोगों से मुक्ति मिलती है यह व्यक्ति के जीवन में धन सम्बन्धी समस्याओं को भी दूर करता है इसके आलावा फिरोजा रत्न में प्रेम संबंधों को सुधारने की अद्भुद क्षमता होती है. यदि कोई विवाहित व्यक्ति इसे धारणा करता है तो उसका विवाहित जीवन प्रेम से भर जाता है.
किन्हें धारण करना चाहिए – फिरोजा रत्न केवल धनु व मीन राशि के व्यक्ति ही धारण कर सकते है इन दोनों राशियों के व्यक्ति के लिए फिरोजा धारण करना शुभ होता है. यदि किसी व्यक्ति का जन्म पौष माह में हुआ है तो उसके लिए यह रत्न बहुत फायदेमंद होता है.
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