लखनऊ ,22 दिसम्बर इन्दिरानगर के रहने वाले एक प्लाइवूड कारोबारी व उनके साथी से चार जालसाजों ने 27 लाख रुपये उधार के रूप में लिये। इसके बाद चारों आरोपी रुपये लेकर गायब हो गये और आज तक वापस नहीं लौटे। पीडि़त जब उनके घर राजस्थान पहुंचा तो लोगों ने बताया कि उक्त सभी लोग इस तरह का फ्राड करते हैं। इसके बाद ठगी का शिकार हुए कारोबारी ने चिनहट कोतवाली में चारों आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करायी। 

इन्दिरानगर निवासी कासिम उर्फ फारूख का बीबीडी कालेज के पास प्लाइवूड का कारखाना है और वहीं पर उनका दफ्तार है। करीब 6 माह पहले कासिम की मुलाकात राजस्थान निवासी घनश्याम सारस्वत, सावल सारस्तव, पवन सारस्वत और कालूराम सारस्वत से हुई। यह सभी लोग ऐशबाग इलाके में किराये के मकान में रहते थे और कमीशन पर प्लाईवूड का काम करते थे। घनश्याम व सावल सगे भाई है, जबकि पवन व कालूराम आपस में सगे भाई हैं। बताया जाता है कि बीते एक नवम्बर को चार लोग कासिम के दफ्तर पहुंचे। उन लोगों ने कासिम से 30 लाख रुपये उधार के रूप में मांगे और तीन दिन के बाद रकम को वापस कर देने की बात कही।
कासिम ने भी बिना सोचे समझे उनकी बात पर विश्वास कर लिया और चारों को अपने पास से 7 लाख रुपये व अपने साथी संजीव से 20 लाख रुपये लेकर दे दिये। रुपये देने के चार दिन के बाद भी जब चारों लोग रुपये वापस करने नहीं पहुंचे तो कासिम व संजीव ऐशबाग स्थित चारों के घर पहुंचे तो मकान में ताला लगा मिला। उन लोगों ने चारों के मोबाइल नम्बर पर फोन किया पर फोन बंद था। इसके बाद कारोबारी कासिम व संजीव किसी तरह चारों के घर का पता लगाते हुए राजस्थान पहुंचे। चारों जालसाज राजस्थान में भी अपने घर पर नहीं मिले।
कारोबारी व उसके साथी ने जब आसपास के लोगों से बातचीत की तो पता चला कि चारों आरोपी न तो प्लाइवूड का कोई काम करते हैं और न ही उनका कोई और धंधा है। यह लोग बड़े-बड़े कारोबारियों को इस तरह जाल में फंसा कर धोखाधड़ी कर रकम हड़प जाते हैं। यह बात सुन कारोबारी कासिम व उनके साथी संजीव के पैरों तले जमीन खिसक गयी। इसके बाद वह लोग राजस्थान से वापस लखनऊ लौटे और बीते सोमवार को चारों आरोपियों के खिलाफ चिनहट कोतवाली में धोखाधड़ी व अमानत में खयानत की रिपोर्ट दर्ज करायी।
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