देश का सबसे ज्यादा बिकने वाला और हमारा-आपका प्यारा पारले जी बिस्किट महंगा होने जा रहा है। नए साल में इसकी कीमतों में 4 से 5 फीसदी की बढ़ोतरी करने का मन कंपनी ने बना लिया है। अभी पारले जी का ग्लूकोज बिस्किट 5 रुपये का बिकता है। गुजरात विधानसभा चुनाव 2017: इन VIP उम्मीदवारों पर टिकी रहेंगी सभी की नजरें
जीएसटी लगने से दाम बढ़ाने को मजबूर
पारले प्रोडक्ट्स के कैटेगिरी हेड मयंक शाह ने बताया कि अगले साल की पहली तिमाही में नए रेट का ऐलान कंपनी की तरफ से किया जाएगा। पारले ग्लूकोज के अलावा अपने Marie और मिल्क बिस्किट का दाम भी बढ़ाने जा रहा है। यह सभी बिस्किट 100 रुपये प्रति किलो की दर से मार्केट में बिक रहे हैं। केंद्र सरकार द्वारा जुलाई में बिस्किट पर 18 फीसदी टैक्स लगाने के बाद कंपनियों को लागत ज्यादा पड़ रही थी।
इतना हो जाएगा ग्लूकोज बिस्किट का प्राइस
अगर कंपनी दाम में 4-5 फीसदी की बढ़ोतरी करती है, तो फिर ग्लूकोज बिस्किट का नया प्राइस 7 से 8 रुपये के बीच हो जाएगा। जीएसटी के लागू होने के बाद पारले ने अपने बिस्किट की सभी कैटेगिरी में प्राइस नहीं बढ़ाया था। लेकिन अब कंपनी छोटे सेगमेंट वाले बिस्किट का दाम बढ़ाने जा रही है।
9 हजार करोड़ का मार्केट
100 रुपये प्रति किलो से कम दाम वाले बिस्किट का मार्केट 9 हजार करोड़ रुपये का है। इसमें भी पारले जी सबसे ज्यादा बिकता है। पूरे देश में हर साल 25 हजार करोड़ रुपये के बिस्किट केवल नामी कंपनियों के बिकते हैं। ग्लूकोज बिस्किट का 35 फीसदी शेयर है।
फ्रेश हार्वेस्ट के नाम से लांच किया ब्रांड
पारले ने दालों को बेचने के लिए फ्रेश हार्वेस्ट के नाम से अपना ब्रांड लांच किया है, जिसको फिलहाल महाराष्ट्र में बेचा जा रहा है। कंपनी पूरे राज्य में 5 लाख से अधिक शहर, देहात और गांव में मौजूद रिटेल आउटलेट्स, रिटेल चेन और सेल्फ सर्विस स्टोर के जरिए अपनी दालों को बेच रही है। अगले एक साल में पूरे देश में कंपनी अपने ब्रांड की दालें बेचने लगेगी।
कंपनी ने शुरू किया इन दालों का कारोबार
पारले फिलहाल जिन दालों को बेच रही है उनमें अरहर, मूंग, उड़द, चना और मसूर शामिल है। पारले के कैटेगिरी हेड मयंक शाह ने बताया कि आज के दौर में अचार से लेकर के आटा तक ब्रांडेड मिल रहा है, जिसमें काफी कम कंपनियां मौजूद हैं।
इन कंपनियों से मिलेगी सीधी टक्कर
पारले को इस सेगमेंट में जिन कंपनियों से सीधी टक्कर मिलेगी, उनमें पतजंलि, टाटा केमिकल्स, आईटीसी और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं। यह सभी कंपनियां फिलहाल ऑर्गेनिक दालों का कारोबार कर रही हैं, जिसमें इनको अच्छी सेल्स देखने को मिल रही है।