भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ रावण को जेल से रिहा कर दिया गया है. योगी सरकार की मेहरबानी से भीम सेना चीफ चंद्रशेखर रावण को आधी रात को सहारनपुर जेल से रिहा किया गया. जेल से रिहाई के बाद आज तक से खास बातचीत में रावण ने कहा कि उस समय के डीएम ने मुझे गलत तरीके से फंसाया. 
चंद्रशेखर ने कहा कि जेल में मेरे साथ ज्यादती हुई है. मुझे लोगों से मिलने नहीं दिया जाता था. रावण ने कहा कि मैं अपने समाज के हक के लिए लड़ूंगा. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है. चंद्रशेखर ने ये भी कहा कि महागठबंधन हुआ तो बीजेपी के खिलाफ प्रचार करूंगा.
उन्होंने कहा कि बीजेपी संविधान विरोधी है, इसलिए बीजेपी को हराने के लिए लड़ूंगा. मायावती के समर्थन की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि मायावती मेरी बुआ समान हैं. रावण ने कहा कि आगे बड़ी चुनौती बाकी है, कल से संगठन की मजबूती के लिए काम करूंगा. चंद्रशेखर ने कहा कि बीजेपी को उखाड़ फेंकने के लिए हर कोशिश करूंगा क्योंकि इन्होंने बाबा साहब के संविधान का अपमान किया है.
गौरतलब है कि देर रात रिहाई के वक्त जेल के बाहर भारी संख्या में चंद्रशेख्रर के समर्थकों की भीड़ मौजूद रही. बाहर आते ही चंद्रशेखर ने बीजेपी को हराने की हुंकार भरी. बता दें कि चंद्रशेखर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत पिछले 16 महीने से जेल में बंद थे. योगी सरकार की सिफारिश से 2 महीने पहले ही रिहा कर दिया गया. रावण को एक नवंबर 2018 तक जेल में रहना था.
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