एयरोस्पेस दिग्गज लॉकहीड मार्टिन ने अपने एफ-16 लड़ाकू विमानों के विंग्स का उत्पादन भारत में करने की योजना बनाई है.कंपनी के मुताबिक, विंग्स का विनिर्माण टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स (टीएसएलएल) की भागीदारी में किया जाएगा.
लॉकहीड मार्टिन ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा भारतीय वायुसेना के लिए एफ-16 की खरीद से इस उत्पादन योजना का कोई संबंध नहीं है.
कंपनी की योजना के मुताबिक, लड़ाकू विमान के विंग्स का विनिर्माण टीएएसएल की हैदराबाद संयंत्र में किया जाएगा, जहां से इसकी वैश्विक आपूर्ति की जाएगी.
लॉकहीड मार्टिन एयरोनॉटिक्स के रणनीतिक और व्यापार विकास उपाध्यक्ष विवेक लाल ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि साल 2020 के अंत से उत्पादन शुरू होने की उम्मीद है.
लाल ने कहा, “भारत में एफ-16 विंग्स का निर्माण टाटा के साथ सी-130जे (एयरलिफ्टर) और एस-92 (हेलीकॉप्टर) की सफल भागीदारी के बाद स्वाभाविक कदम है. वर्तमान में कंपनी इन विंग्स का निर्माण अपने इजरायल स्थित संयंत्र में करती है.
F-16 की विशेषताएं
1. F-16 फाइटर फलकॉन, एक इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल फाइटर एयरक्राफ्ट है.
2. फोर्थ जनेरेशन का सबसे आधुनिक फाइटर जेट है.
3. सबसे एडवांस रडार सिस्टम है (Active Electronically Scanned Array)
4. उम्दा GPS नैविगेशन भी इसकी खासियत है.
7. F-16 की अधिकतम गति 1,500 मील प्रति घंटे हैं.
8. यह एयरक्राफ्ट किसी भी मौसम में काम कर सकता है.
9. इसमें फ्रेमलेस बबल कॉनोपी है, जिससे देखने मे सुविधा होती है.
10. सीटें 30 डिग्री पर मुड़ी है, जिससे पॉयलट को g-फोर्स की अनुभूति कम होती है.
11. अमेरिका और अन्य 25 देश कर रहे हैं इसका इस्तेमाल.