टायफून की सक्रियता समाप्त हो गई है। अब तेजी से मानसूनी सिस्टम काम करना शुरू हो जाएंगे। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से नमी युक्त हवा मैदानी क्षेत्रों की ओर पहुंचने लगेगी। तापमान में उतार चढ़ाव होगा। हवा सामान्य से काफी तेज चलेगी। टायफून के असर से बारिश कराने वाली हवा दक्षिणी चीन सागर की ओर चली गई थी। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विज्ञानी डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि अगले दो से तीन दिन में सिस्टम सक्रिय हो जाएंगे। बंगाल की खाड़ी में नया निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो गया है।
मानसून की ट्रफ अमृतसर, करनाल, अलीगढ़, सुल्तानपुर, जमशेदपुर, पश्चिम बंगाल से होते हुए बंगाल की खाड़ी की ओर बढ़ रही है। दूसरी ट्रफ रेखा दक्षिण गुजरात तट से कर्नाटक तट तक फैली हुई है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों में एक चक्रवाती हवा का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवा का क्षेत्र पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के आसपास सक्रिय है। अगले 24 घंटे के दौरान, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र, तेलंगाना, विदर्भ, मराठवाड़ा, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान के अलग-अलग हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। उत्तर प्रदेश, दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, कर्नाटक, केरल, हिमाचल प्रदेश, असम, पश्चिम बंगाल में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, बिहार, झारखंड, केरल में हल्की बारिश हो सकती है।
दिल्ली और एनसीआर में छिटपुट के साथ वर्षा के असार हैं।