डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है, जो एक बार लग जाने के बाद ज़िंदगीभर साथ रहती है। इस बीमारी में दवा के साथ परहेज की जरूरत पड़ती है। यह बीमारी रक्त में शर्करा स्तर बढ़ने और अग्नाशय से इंसुलिन हार्मोन न निकलने के लिए चलती है। विश्व मधुमेह संघ की मानें तो डायबिटीज के मरीजों की संख्या में रोजाना इजाफा हो रहा है। खासकर भारत में डायबिटीज के मरीजों में बड़ी तेजी से वृद्धि हो रही है। इसके लिए लोगों को सेहत के प्रति जागरूक रहने की जरूरत है। दुनियाभर में डायबिटीज यानी मधुमेह पर कई शोध किए जा चुके हैं और कई शोध किए जा रहे हैं। इन शोधों में शुगर कंट्रोल करने और डायबिटीज के प्रभावों को कम करने पर कार्य किया जा रहा है। इस क्रम में एक शोध के जरिए खुलासा हुआ है कि शुगर कंट्रोल में बादाम अहम भूमिका निभा सकता है। इस शोध में 275 लोगों को शामिल किया गया था। इसमें 216 महिलाओं और 59 पुरुषों को शामिल किया गया था, जिन्हें तीन महीने तक रोजाना दो बार 56 ग्राम बादाम खाने की सलाह दी गई।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए डॉक्टर जगमीत मदन ने कहा कि रोजाना दो बार बादाम खाने से शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है। साथ ही बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को भी किया जा सकता है। इसके लिए डायबिटीज के मरीजों को रोजाना बादाम का सेवन करना चाहिए। एक अन्य शोध JAMA Network Open में छपी है। इसका शीर्षक “Vitamin E and Cognitive Decline in Older Persons” है। इस शोध में दावा किया गया है कि बादाम न केवल आंखों के लिए फायदेमंद है, बल्कि शुगर कंट्रोल करने में भी सहायक होता है।
बादाम के फायदे
-बादाम में एंटीऑक्सिडेंट प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इससे ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस कम होता है।
– बादाम में विटामिन-इ पाया जाता है, जिससे कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।
-बादाम में मैग्नीशियम पाया जाता है, जिससे रक्तचाप नियंत्रित होता है।
-बादाम के सेवन से बढ़ते वजन को कंट्रोल किया जा सकता है।
डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।