हाई कोर्ट द्वारा दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) के सचिव का निलंबन समाप्त करने के बाद 18 जून को विनोद तिहारा ने दोबारा से पद संभाल लिया है। विनोद तिहारा ने अब मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली को पत्र लिखकर बोर्ड की बकाया राशि को रिलीज करने की मांग की है। डीडीसीए में पहले से ही आपसी गुटों के कारण तकरार चल रही है। ऐसे में बीसीसीआइ से बकाया राशि मांगने के बाद यहां और भी चीजें निकलकर सामने आ सकती हैं।
बकाया राशि को लेकर विनोद तिहारा ने बीसीसीआइ से कहा है कि वह क्रिकेटरों, कोच, चयनकर्ताओं, अंपायरों, स्कोरर, सदस्य क्लबों, सहायक स्टाफ, क्रिकेट वेंडर्स आदि के लिए पैसा रिलीज करने को कहा है। डीडीसीए के अधिकारी ने ये भी दावा किया है कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने फरवरी-मार्च 2020 में डीडीसीए को छोड़कर बाकी सदस्य क्रिकेट बोर्ड की वार्षिक सब्सिडी भेज दी है। ऐसे में डीडीसीए भी इसकी हकदार है।
डीडीसीए ने बीसीसीआइ को पैसों से संबंधित सभी बाकी बैलेंस शीट भेज दी हैं, ताकि वह उनकी भी सब्सिडी रिलीज कर दे। एक अनुमान के मुताबिक डीडीसीए की बकाया सब्सिडी बीसीसीआइ के पास करीब 150 करोड़ रुपये की है। गुटबंदी और तमाम भ्रष्टाचारों के आरोप के बाद शायद बीसीसीआइ ने डीडीसीए की बकाया राशि रोक दी है, क्योंकि पिछले करीब एक साल से इस राज्य क्रिकेट संघ में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।