यहां हनुमान जी की जो मूर्ति है वो नृत्य की मुद्रा में है. यह देश की अकेली ऐसी मूर्ति है, जिसमें हनुमान जी को नृत्य करते हुए दिखाया गया है.
माना जाता है कि रोगों के लिए हनुमान जी की भभूत कारगर है. विशेष रूप में फोड़ा, अल्सर और कैंसर जैसी बीमारियां भी मंदिर की पांच परिक्रमा करने पर ठीक हो जाती हैं
300 साल पहले हनुमानजी की यह मूर्ति नीम के पेड़ से छिपी थी. पेड़ को काटने पर गोपी वेषधारी हनुमान जी की ये प्राचीन मूर्ति प्राप्त हुई थीं. तब से मूर्ति की पूजा-अर्चना शुरू की गई.
यहां हनुमान जी की जो मूर्ति है वो नृत्य की मुद्रा में है. यह देश की अकेली ऐसी मूर्ति है, जिसमें हनुमान जी को नृत्य करते हुए दिखाया गया है.