फिल्म अभिनेत्री और सामाजिक कार्यकर्ता शबाना आजमी ने तीन तलाक की कड़ी आलोचना करते हुए कहा है कि ये प्रथा अमानवीय है। उन्होंने कहा कि तीन तलाक मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करता है।

एक कार्यक्रम के दौरान शबाना आजमी ने कहा कि ये सरकार की जिम्मेदारी है कि वह मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करे और इसे खत्म करने के बारे में सरकार की दो राय नहीं होनी चाहिए। ‘ये प्रथा महिलाओं को समानता के अधिकार से वंचित करती है। पवित्र कुरान में भी तीन तलाक की इजाजत नहीं है।’ उन्होंने आगे कहा कि जो महिलाएं सशक्त हैं उन्हें बाकी महिलाओं की मदद करनी चाहिए।
										
									इस वक्त देश भर में तीन तलार पर बहस चल रही है। मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ के सामने सुप्रीम कोर्ट में इसकी सुनवाई हुई है जिसपर फैसला सुरक्षित रखा गया है।
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