राष्ट्रपति चुनाव खत्म होने के बाद अब एक बार फिर सभी की नज़रें बिहार के महागठबंधन पर टिक गई हैं. पहले कहा जा रहा था कि नीतीश राष्ट्रपति चुनाव के बाद कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं. मंगलवार को दिल्ली से लौटने के बाद बुधवार को उन्होंने विधायक दल की बैठक बुलाई है. यह बैठक बिहार विधानसभा के मानसून सत्र से पहले बुलाई जा रही है. उधर दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव भी अपने सभी 80 विधायकों के साथ बैठक करेंगे, इस बैठक में तेजस्वी यादव पर कोई फैसला ले सकते हैं. नीतीश कुमार शाम 4 बजे कैबिनेट बैठक भी करेंगे.
गुस्से से बौखलाए PM मोदी: कहा- इतना पढ़ाया समझाया फिर भी क्यों है बीजेपी का ये ख्वाब अधूरा…
गौरतलब है कि 11 जुलाई को भी नीतीश के सरकारी आवास 1, अण्णे मार्ग पर जेडीयू के विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी, जिसमें इस बात को लेकर मांग उठी थी कि तेजस्वी यादव जिनके ऊपर भ्रष्टाचार का आरोप लग रहे हैं, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए. हालांकि, उस दौरान ऐसी मांग को लेकर जल्दबाजी न करते हुए नीतीश ने तेजस्वी को अपने ऊपर भ्रष्टाचार के लगे आरोपों का जनता के बीच में जवाब देने के लिए कहा था.
माना जा रहा है कि पिछले 15 दिनों में तेजस्वी की तरफ से संतुष्ट पूर्ण जवाब नहीं मिलने की वजह से बुधवार को होने वाली विधायक दल की बैठक में एक बार फिर से तेजस्वी के ऊपर कड़ी कार्रवाई की मांग उठ सकती है. इस बैठक में इस बात को लेकर मांग उठने की संभावना है कि तेजस्वी पर नीतीश कुमार कोई ठोस निर्णय लें और उन्हें अपने मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें.
TOS News Latest Hindi Breaking News and Features