युवाओं का कहना है कि जायरा ने जब कुछ किया ही नहीं, तो उसे माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं थी। स्थानीय युवा नासिर अली खान जो कि मनोरंजन के क्षेत्र से जुड़े हैं, का कहना है कि घाटी में लोगों की मानसिकता कट्टरपंथी हो चुकी है। जब भी कोई युवा मेहनत कर कामयाबी की सीढ़ियां चढ़ने लगता है तो उसका हौसला बढ़ाने के बजाए आलोचना की जाती है।
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उन्होंने कहा कि ऐसा होता आया है, हो रहा है और आगे भी होता रहेगा, लेकिन तुम इसकी परवाह किए बिना आगे बढ़ना चाहिए। बीनिश के अनुसार यहां के लोगों को गर्व होना चाहिए कि घाटी की लड़की ने इतनी कम उम्र में बड़ी कामयाबी हासिल की। उसके अनुसार सब कुछ बदल गया लेकिन सोच नहीं बदली। कहा, जरूरत है सोच बदलने की।