दक्षिण अफ्रीका में ऐतिहासिक चुनाव परिणाम में अफ्रीकन नेशनल कांग्रेस (एएनसी) को संसद में बहुमत नहीं मिला। दक्षिण अफ्रीका को रंगभेद से मुक्त कराने वाली एएनसी पार्टी ने 30 साल में पहली बार बहुमत गंवा दिया।
बुधवार को हुए चुनाव में लगभग 99 प्रतिशत वोटों की गिनती हो चुकी है। इसमें एएनसी को सिर्फ 40 प्रतिशत वोट मिले हैं। नेल्सन मंडेला की पार्टी को 2019 के संसदीय चुनाव में 57.5 प्रतिशत मत मिले थे। चुनाव आयोग द्वारा अंतिम परिणाम अब भी औपचारिक रूप से घोषित किए जाने बाकी हैं।विपक्षी दलों ने इसे गहरी गरीबी और असमानता से जूझ रहे देश के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता बताया है।
हालांकि, अब भी एएनसी सबसे बड़ी पार्टी बनी रहेगी। लेकिन, सरकार में बने रहने और राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को फिर से चुनने के लिए गठबंधन करना होगा। राष्ट्रीय चुनावों के बाद संसद दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति का चुनाव करती है। अब तक सामने आए परिणामों के अनुसार, मुख्य विपक्षी पार्टी डेमोक्रेटिक एलायंस को 21 प्रतिशत मत प्राप्त हुए हैं।
वहीं, पूर्व राष्ट्रपति जैकब जुमा की पार्टी न्यू एमके पार्टी को 14 प्रतिशत मत मिले हैं। चुनाव परिणाम की आधिकारिक घोषणा के 14 दिनों के अंदर संसद राष्ट्रपति का चुनाव करेगी। एमके पार्टी ने कहा कि वह एएनसी पार्टी से किसी भी समझौते के लिए तैयार हैं लेकिन रामफोसा को एएनसी नेता और अध्यक्ष पद से हटाया जाए। 50 से अधिक पार्टियों ने राष्ट्रीय चुनाव लड़ा था।
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