दक्षिण अफ्रीका के काफी ताकतवर और बड़े कारोबारी गुप्ता भाइयों के ठिकानों पर वहां की पुलिस ने छापा डाला है. गुप्ता परिवार वहां के राष्ट्रपति जैकब जुमा का करीबी है और उनका सरकार में काफी दखल माना जाता है. उन पर आरोप था कि उन्होंने राष्ट्रपति से अपने संपर्कों का फायदा उठाकर कई सरकारी ठेके हासिल किए और मंत्रियों की नियुक्तियों में भी हस्तक्षेप किया है.
गौरतलब है कि अफ्रीका में राजनीतिक घटनाक्रम बदल रहा है और गुप्ता परिवार के करीबी जुमा की सत्ता पर पकड़ कमजोर हो गई है. इस छापे के एक दिन पहले ही अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस (ANC) ने जुमा को राष्ट्रपति पद छोड़ने का आदेश दिया है. जुमा के नौ साल के कार्यकाल के दौरान देश में कई घोटाले हुए और अर्थव्यवस्था ठप पड़ गई थी.
खबर के अनुसार जोहानिसबर्ग में गुप्ता परिवार के आवास को बड़ी संख्या में पुलिस ने घेर लिया और दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इनमें गुप्ता परिवार का एक सदस्य भी शामिल है.
कौन हैं गुप्ता ब्रदर्स
यूपी के सहारनपुर से 1990 के दशक में तीन भाई अजय, अतुल और राजेश गुप्ता दक्षिण अफ्रीका पहुंचे थे. कुछ सालों में ही यह परिवार दक्षिण अफ्रीका का बड़ा कारोबारी बन गया और जुमा के कार्यकाल में तो इस परिवार पर सरकार चलाने तक का आरोप है. आज जोहानिसबर्ग के सहारा एस्टेट में इस परिवार के चार मैन्सन हैं. गुप्ता परिवार की सफलता लोगों को चकित करती है.
आरोप है कि जुमा से करीबी की वजह से ही गुप्ता परिवार इतनी तेजी से आगे बढ़ पाया. उसने अपने मन मुताबिक कानून और मंत्री बनवाए.
सबसे पहले अतुल गुप्ता ने 1993 में दक्षिण अफ्रीका में सहारा कंप्यूटर्स की शुरुआत की थी. इसके बाद यह परिवार माइनिंग, एयर ट्रैवल, एनर्जी, टेक्नोलॉजी और मीडिया जैसे कई कारोबार में उतरा. अतुल गुप्ता और राजेश गुप्ता को दक्षिण अफ्रीका की नागरिकता मिली हुई है.