दरअसल, 1970 के दशक में सऊदी अरब के भीतर कुछ सिनेमाघर थे, लेकिन उस समय ताकतवर मौलानाओं ने इन्हें बंद करवा दिया था। उम्मीद की जा रही है कि सऊदी में सबसे पहले ब्लैक पैंथर फिल्म की स्क्रीनिंग की जाएगी। एएमसी कंपनी के सीईओ एडम एरॉन ने कहा कि उनके सिनेमाघर में किसी तरह का लैंगिक भेदभाव नहीं बरता जाएगा और महिलाओं को पुरुषों के साथ बातचीत करने की आजादी होगी। जबकि कुछ शो ऐसे भी हो सकते हैं जिनमें सिर्फ महिलाओं या सिर्फ पुरुषों को आने की अनुमति रहेगी।
अर्थव्यवस्था पर तेल की निर्भरता कम करना चाहते हैं शहजादे सलमान
पिछले कुछ समय से देश में क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के नेतृत्व में कई उदारवादी कदम उठाए जा रहे हैं। इसमें महिलाओं को गाड़ी चलाने की अनुमति देना, उन्हें खेल के मैदानों में प्रवेश आदि शामिल हैं। दरअसल, सऊदी अरब तेल की कीमतों में गिरावट से बुरी तरह प्रभावित है और अन्य तरीकों से आय हासिल करना चाहता है। इन हालातों में शहजादे सलमान देश में निवेश का माहौल बनाकर अर्थव्यवस्था पर तेल की निर्भरता कम करना चाहते हैं।