राजधानी में जलसंकट बढ़ रहा है। सिर फुटव्वल भी होने लगी है। 31 मई को संगम विहार में टैंकर से पानी भरने के दौरान हुई मारपीट में एक बुजुर्ग महिला का सिर फूट गया। मौके पर मौजूद एक युवक ने मारपीट का वीडियो बनाया। वीडियो मिलने के बाद दैनिक जागरण की टीम सात जून को संगम विहार में हालात का जायजा लेने पहुंची।
लोगों ने बताया कि जिस गली में यह घटना हुई वहां इस गर्मी के सीजन में पानी का पहला टैंकर आया था। करीब एक माह तक जल बोर्ड के दफ्तर के चक्कर लगाने के बाद यह टैंकर मिला था। जानकारी के अनुसार, 31 मई को संगम विहार के एल-1 ब्लॉक की गली नंबर तीन में पानी का एक टैंकर आया था।
इस दौरान लोग ड्रम, बाल्टी, टंकी लेकर दौड़े। पहले पानी भरने की होड़ को लेकर दो महिलाएं आपस में भिड़ गई। इसके बाद इसमें कई महिलाएं कूद गई। एक-दूसरे पर बर्तन भी फेंके गए। बीच-बचाव करने में बुजुर्ग सुमन कुंवर का सिर फट गया। उनके सिर में कई टांके लगे।
मौके पर मौजूद एक युवक ने अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनाया। सुमन ने बताया कि यहां पानी की बहुत ज्यादा किल्लत है। लोग विधायक व जल बोर्ड के अधिकारी के पास जाते हैं, लेकिन सुनवाई नहीं होती है। मारपीट देख भाग गया चालक गली की एक महिला ने बताया कि ग्रेटर कैलाश स्थित जल बोर्ड के ऑफिस से बड़ी मुश्किल से टैंकर मिला था। वह टैंकर में ही बैठकर आ रहीं थीं। रास्ते में चालक ने कहा कि 500 रुपये देने होंगे, नहीं तो दूसरी जगह पानी लेकर चला जाएगा। बड़ी मुश्किल से वह 400 रुपये पर माना। रुपये गली के लोग मिलकर देते, लेकिन पानी भरने के दौरान मारपीट हो गई और चालक डर के मारे बिना पैसे लिए ही भाग गया।
लोगों का कहना है कि बिना रिश्वत दिए उन्हें पानी नहीं मिलता है। जल बोर्ड के कुछ कर्मी भी इसमें मिले हुए हैं। नहीं हो पाते घरेलू काम स्थानीय लोगों ने बताया कि यहां पानी की समस्या काफी समय से है। कई-कई दिनों तक पानी न आने से घरेलू काम भी नहीं हो पाते हैं।
मजबूरी में प्राइवेट टैंकर मंगाने पड़ते हैं। दो हजार लीटर का टैंकर डेढ़ से दो हजार रुपये में मिलता है। पांच दिन पहले ऑर्डर देना पड़ता है। यह खारा पानी अवैध बोर से निकाला जाता है। पीने के पानी की 20 लीटर की बोतल 30 से 80 रुपये के बीच मिलती है।
निशुल्क हैं पानी के टैंकर
दिल्ली जल बोर्ड की एक सूचना अधिकारी ने कहा कि उन्हें पानी की किल्लत के बारे में तो पता है, लेकिन संगम विहार में पानी के लिए हुई मारपीट की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि पानी के टैंकर निशुल्क हैं। कोई अधिकारी या टैंकर चालक रिश्वत मांगता है तो बताएं। आरोपित के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी। इस बारे में दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष दिनेश मोहनिया के मोबाइल फोन पर कॉल किया गया, लेकिन उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की।
प्रकाश जारवाल (क्षेत्रीय विधायक) के मुताबिक, संगम विहार में पानी के लिए मारपीट की जानकारी मुख्यमंत्री को दे दी थी। पानी की समस्या को देखते हुए जल बोर्ड के 15 अतिरिक्त टैंकर मांगे थे, लेकिन चार मिले। अभी 35 टैंकरों से देवली विधानसभा क्षेत्र की 38 अनधिकृत कॉलोनियों में जलापूर्ति हो रही है।
देवली में पानी के टैंकरों पर मासिक खर्च 60 लाख
देवली विधानसभा क्षेत्र में पानी के टैंकरों पर हर माह औसतन 60 लाख रुपये खर्च हो रहे हैं। अधिकार सोसायटी एनजीओ के अध्यक्ष ब्रजपाल उपाध्याय ने सूचना के अधिकार (आरटीआइ) के तहत जल बोर्ड से जो जानकारी मांगी थी, उसका जवाब 20 अप्रैल को जल बोर्ड ने दिया। जल बोर्ड ने उन्हें बताया कि विभाग के कुल 78 टैंकर देवली विधानसभा क्षेत्र में पानी की आपूर्ति के लिए लगाए हैं। इनमें 74 डीजल और चार टैंकर सीएनजी के हैं। अधिकार सोसायटी के महासचिव गोकुलेश भारद्वाज ने कहा कि पानी किल्लत के विरोध में वह कॉलोनी के लोगों के साथ नौ से 11 जून तक संगम विहार में आंदोलन करेंगे।