खत्म हुआ इंतजार। दुनिया का सबसे बड़ा प्लेन अब जल्द ही ब्रिटेन से उड़ान भरते नजर आने वाला है। इसके लिए लंदन के स्टान्सटेड एयरपोर्ट पर नया बेस भी खोला गया है। 6 इंजन वाला एयरक्राफ्ट साथ दस बैटल टैंक ले जाने की क्षमता रखता है। इसे 1980 में सोवियत स्पेसक्राफ्ट ले जाने के लिए डिजाइन किया गया था। एएन-225 को दुनिया का सबसे लंबे और सबसे भारी जेट के तौर पर जाना जाता है। 600 टन के इस प्लेन में 32 पहिए लगे हैं और इसके विंग 290 फीट तक फैले हैं। 
ये प्लेन एक बार फ्यूल भरवाने पर 18 घंटे तक नॉनस्टॉप अपनी उड़ान जारी रख सकता है। इसे यूक्रेन की कंपनी ने बनाया है और इसका इस्तेमाल एक बार सोवियत स्पेस शटल ले जाने में किया गया था। कंपनी ने पिछले महीने लंदन के स्टान्सटेड में इस प्लेन के लिए बेस खोला है। हाल ही में इस प्लेन ने ऑस्ट्रेलिया के पर्थ में 117 टन के पावर जनरेटर की डिलिवरी की है।
टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, इसे बनाने वाली यूक्रेन की कंपनी यूके में अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहती है। यूके में कंपनी के बिजनेस डेवलपमेंट डायरेक्टर माइकल गुडिसमैन ने कहा, अब एंटोनोव अपने ज्वाइंट वेन्चर से अलग हो गई है। कंपनी अब स्वतंत्र तौर पर अपना काम बढ़ा रही है। यूके को हम अच्छे कॉमर्शियल ऑपरेटिंग प्वाइंट के तौर पर देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि एंटोनोव अब वेस्टर्न देशों के साथ जुड़ने की ख्वाहिश रखता है और यूके से करीबी संबंध बनाना चाहता है।
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