बर्लिन, प्रवासन के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठन (IOM) ने कहा है कि 2021 में 4,470 से अधिक प्रवासियों की सीमाओं के पार जाते समय मौत हो गई है, जो पिछले साल सामने आए आंकड़े से 200 मौतें ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र से संबद्ध एजेंसी ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, ‘हर साल दुनिया भर में प्रवास यात्रा के दौरान जीवन के दुखद नुकसान को कम करने के लिए ठोस कार्रवाई के लिए बार-बार आवाज उठाने के बावजूद, 2021 में मरने वालों की संख्या 4,470 को पार कर गई है।’
2014 के बाद से, कुल मरने वालों की संख्या 45,400 प्रवासियों तक पहुंच गई है। वैश्विक स्तर पर, 2021 में मौतों की संख्या पहले ही 2020 में दर्ज कुल 4,236 से अधिक है।
आईओएम के ग्लोबल माइग्रेशन डेटा एनालिसिस सेंटर (जीएमडीएसी) के निदेशक फ्रैंक लैक्जको ने कहा, ‘कोविड-19 का मतलब मानव गतिशीलता में अभूतपूर्व कमी है, लेकिन लापता प्रवासी परियोजना अभी भी लगभग हर दिन मौतों का दस्तावेजीकरण करती है।’
कहा गया कि दर्जनों देश प्रवासन के लिए ग्लोबल काम्पेक्ट के लिए प्रतिबद्ध हुए, लेकिन बहुत कम समहू ने ‘लापता प्रवासियों पर जीवन बचाने और समन्वित अंतर्राष्ट्रीय प्रयास स्थापित करने’ के उद्देश्य 8 पर काम किया है। आईओएम देशों से बेहतर जीवन की तलाश में लोगों के सामने आने वाले जोखिमों को कम करने के लिए नीति और अभ्यास विकसित करने का आग्रह करता रहता है। यूरोप और अमेरिका सहित, 2021 में दुनिया भर में कई प्रवासी मार्गों पर मौतों और लापता होने की संख्या में वृद्धि हुई है।
आईओएम ने आगे जोर देकर कहा कि प्रवासियों से जुड़े बड़े पैमाने पर घातक घटनाएं काफी हद तक सामान्य हो गई हैं और संस्था ने राष्ट्रों से प्रवास के जोखिम को कम करने के लिए नीतियों पर काम करने का आह्वान किया है।
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