क्षेत्र कोई भी हो महिलाएं भी अब पुरुषों के साथ हर कदम पर कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। कानपुर में खास प्रशिक्षण के बाद अब 22 महिलाएं देश में पहली बार यूपी रोडवेज बस का हिस्सा बनने जा रही हैं। अगले माह हैवी वाहन चलाने का प्रशिक्षण पूरा होने पर महिला चालक रोडवेज बस की स्टेयरिंग थामने को तैयार हो जाएंगी। कोर्स पूरा होने के बाद महिला चालकों की डिपो में तैनाती की जाएगी। डिपो में निर्धारित किए गए समय के बाद उनको बसों का संचालन करने के लिए भेजा जाएगा।

कौशल विकास मिशन के तहत उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) के सहयोग से पिछले वर्ष देश में पहली बार महिलाओं को हलके व भारी वाहन चलाने का एक साथ प्रशिक्षण दिए जाने की शुरूआत गई थी। इसके लिए पूरे प्रदेश से 27 महिलाओं का चयन किया गया था। 8 मार्च 2021 से परिवहन निगम के विकास नगर स्थित माडल ड्राइविंग ट्रेनिंग एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में इसकी शुरूआत की गई थी। प्रथम चरण में महिलाओं को 200 घंटे का लाइट मोटर व्हीकल (एलएमवी) लेवल-3 का प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के बाद परीक्षा में सफल हुई 25 महिलाओं को 22 फरवरी 2022 से हैवी मोटर व्हीकल (एचएमवी) लेवल-4 का प्रशिक्षण देने की शुरुआत की गई। लेवल-4 का प्रशिक्षण 400 घंटे का है। प्रशिक्षण मई माह में पूरा हो जाएगा। इसके बाद महिलाओं की परीक्षा होगी। सफल महिलाओं को डिपो में तैनात किया जाएगा। उसके बाद उनसे बस चलवाने की शुरुआत की जाएगी।
–महिला बस चालक बनाने के लिए दिया जा रहा प्रशिक्षण मई माह में पूरा हो जाएगा। कोरोना संक्रमण व कर्फ्यू की वजह से इसमें विलंब हुआ है। प्रशिक्षण के बाद सफल महिलाओं को रोडवेज डिपो भेजा जाएगा।
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