नहाय खाय के साथ शनिवार से छठ महापर्व शुरू हो जाएगा। साथ ही 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा। इसे लेकर दून में जोर शोर से तैयारी चल रही है। शुक्रवार को दिनभर बाजार गुलजार रहे। बाजार में छठ व्रत और पूजन में इस्तेमाल होने वाले सामानों की खूब खरीदारी की गई। वहीं, घाटों पर भी सजावट का काम शुरू हो गया।
दून में 23 से अधिक घाटों पर छठ पूजा होगी। छठ महापर्व के पहले दिन शनिवार को नहाय खाय होगा। इसके बाद से ही निर्जला व्रत भी शुरू हो जाएगा। चार दिन तक छठ पूजा की रस्में होंगी। छठ पूजा के लिए शुक्रवार को दिनभर घाटों पर तैयारी हुई। वहीं, बाजार भी गुलजार रहा।
बाजार में बांस की टोकरी, सूप समेत छठ पूजा की अन्य सामग्री की खूब खरीदारी हुई। शहर के झंडा बाजार, निरंजनपुर, सहारनपुर चौक समेत कई जगह बाजार में खरीदारी की गई। छठ घाटों को भी सजाने का काम शुरू हो गया। चंद्रबनी, टपकेश्वर, रायपुर, मालदेवता, प्रेमनगर समेत अन्य कई जगह घाटों पर तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया गया।
नहाय खाय की मान्यता
पहले दिन नहाय खाय के साथ ही व्रत की शुरुआत होती है। इस दिन व्रती स्नान कर शुद्ध भोजन ग्रहण करते हैं। नहाय-खाय वाले दिन से ही छठ का प्रसाद बनाने की तैयारी शुरू कर दी जाती है। व्रती के साथ घर के सदस्य मिलकर इसकी तैयारी करते हैं। छठ का प्रसाद बनाने के लिए चूल्हा और बर्तन बिल्कुल अलग होता है। इसके अलावा व्रती और परिवार के सदस्यों को लहसुन, प्याज इत्यादि खाना वर्जित होता है। नहाय खाय के साथ ही निर्जला व्रत भी शुरू हो जाता है।
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