लखनऊ, उत्तर प्रदेश में अपने दूसरे कार्यकाल में भी कानून-व्यवस्थाको मजबूती देने में लगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे वाले से भी निपटने की जोरदार तैयारी की है। इसी क्रम में उन्होंने प्रदेश के धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर उतारने का अभियान शुरू कराया। योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि प्रदेश में धार्मिक स्थलों से एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं, अब यह किसी भी कीमत पर दोबारा ना लगें।
झांसी तथा ललितपुर के दो दिन के दौरे पर मुख्यमंत्री ने विकास कार्य के साथ कानून-व्यवस्था की समीक्षा भी की। इस दौरान उन्होंने जिला तथा पुलिस प्रशासन से स्पष्ट शब्दों में कहा कि बीते 15 दिनों में प्रदेश में धार्मिक स्थलों से एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। अब यह किसी भी कीमत पर दोबारा ना लगने पाएं, यह आप लोगों को तय करना है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को यह जिम्मेदारी सौंपी कि उतारे गये लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं।
झांसी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनप्रतिनिधियों से चर्चा करने के साथ ही विकास कार्यों की मंडलीय समीक्षा की और यह दावा किया कि प्रदेश में अब तक एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यह सुनिश्चित किया जाए कि उतारे गए लाउडस्पीकर दोबारा न लगने पाएं। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि धार्मिक आयोजन धार्मिक स्थलों के परिसर के भीतर ही सीमित होने चाहिए। किसी भी पर्व-त्योहार का आयोजन सड़क पर नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही इन आयोजनों से सामान्य नागरिकों के आवागमन में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। प्रदेश में बड़ी संख्या में धार्मिक स्थलों पर लगाए गए अवैध लाउडस्पीकर को हटाने तथा अन्य लाउडस्पीकर की आवाज को निर्धारित सीमा तक सीमित करने का अभियान पिछली 25 अप्रैल को शुरू हुआ था और एक मई तक चला।
प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने बताया कि अवैध रूप से लगाए गए लाउडस्पीकर सभी धार्मिक स्थलों से बिना किसी भेदभाव के हटाया गया है। ऐसे सभी लाउडस्पीकर को अवैध की श्रेणी में रखा गया है जिन्हें लगाने के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है। लाउडस्पीकर को हटाने की इस कार्रवाई के दौरान उच्च न्यायालय के आदेशों को भी ध्यान में रखा गया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसके साथ ही अधिकारियों को हिदायत दी कि विकास योजनाओं को समय से पूरा किया जाए। इसके साथ ही चेतावनी दी कि समय से योजनाओं को पूरा न करने वाली कंपनियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई जाए। उन्होंने भू-माफिया के खिलाफ सख्ती बरतने और कानून-व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने पर भी जोर दिया। मुख्यमंत्री ने झांसी मंडल की कानून-व्यवस्था की समीक्षा करते हुए कानून-व्यवस्था पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने ललितपुर के थाना प्रांगण में हुई घटना को लेकर भी गहरा असंतोष व्यक्त किया। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से इस संबंध में जवाब तलब किया। विलम्ब से की गई कार्यवाही पर भी सख्त नाराजगी जाहिर की।