अगर सब कुछ योजना के अनुरूप हुआ तो अभिनेता रजनीकांत नई पार्टी का गठन कर भाजपा, अन्नाद्रमुक सहित कुछ अन्य दलों के महागठबंधन का मुख्य चेहरा बनेंगे। बदली सियासी परिस्थितियों और सूबे में राजनीतिक नेतृत्व हीनता के कारण बने अनिश्चय के माहौल में भाजपा ने अपनी रणनीति में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है।दिवाली बाद पार्टी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सभालेंगे राहुल गांधी: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी
दूसरी ओर, कांग्रेस भी दूसरे चर्चित अभिनेता कमल हासन, द्रमुक व वाम दलों के साथ महागठबंधन की संभावना तलाश रही है। अगर कांग्रेस और भाजपा अपने-अपने अभियान में सफल रहीं तो दशकों बाद तमिलनाडु में सियासी मुकाबला द्रमुक बनाम अन्नाद्रमुक के बदले दो महागठबंधनों के बीच होगा।
भाजपा सूत्रों के मुताबिक अन्नाद्रमुक के दोनों धड़ों में विलय की प्रक्रिया करीब-करीब पूरी हो जाने और शशिकला तथा दिनाकरण की विदाई के बाद पार्टी अब नए सिरे से रणनीति बना रही है।
अन्नाद्रमुक के कई विधायकों के दिनाकरण के साथ होने और अयोग्य ठहराए गए विधायकों का मामला अदालत में विचाराधीन होने के कारण सूबे में अस्थिरता है। मध्यावधि चुनाव की संभावना भी बढ़ रही है। बदली परिस्थिति में अब भाजपा चाहती है कि रजनीकांत पार्टी में शामिल होने के बदले अपनी नई पार्टी बनाएं।
भाजपा ने रजनी की नई पार्टी, अन्नाद्रमुक व कुछ अन्य दलों को जोड़कर महागठबंधन बनाने और इसकी कमान रजनीकांत को देने की योजना बनाई है। इस सिलसिले में अन्नाद्रमुक के साथ बातचीत हो चुकी है। रजनीकांत को भी भरोसे में लिया जा रहा है।
दूसरी ओर माकपा, आप और कांग्रेस की निगाहें सूबे के दूसरे चर्चित अभिनेता कमल हासन पर है। कमल हासन ने सियासत में कदम रखने के साफ संकेत दिए हैं। माकपा और कांग्रेस की कोशिश भी द्रमुक, कमल हासन सहित कुछ अन्य दलों को जोड़कर महागठबंधन बनाने की है।
जयललिता के आकस्मिक निधन, करुणानिधि के राजनीति से संन्यास लेने के कारण राज्य की दो सबसे ताकतवर राजनीतिक दल अन्नाद्रमुक और द्रमुक नेतृत्वविहीन हो गए हैं। ऐसे में विपक्ष की ओर से कमल हासन को मुख्य चेहरा बनाया जा सकता है।