इजरायल ने 27 अक्टूबर को गाजा के अंदर एक जमीनी आक्रमण शुरू कर दिया। इसके बाद अब तक लगभग 21822 फलस्तीनी मारे गए हैं जिनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। वहीं 56451 से अधिक फलस्तीनी घायल हुए हैं। दोनों के बीच लगातार हवाई हमले जारी है जिसमें संपत्ति का भी काफी हद तक नुकसान हो चुका है लेकिन युद्ध रुकने के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।
इजरायल-हमास युद्ध पर अभी विराम को कोई भी आसार नजर नहीं आ रहा है। इसी बीच, सोमवार सुबह इजरायल पर करीब 20 रॉकेट दागे गए है। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं है।
तेल अवीव में नहीं बजा सायरन
हमास ने इस हमले की जिम्मेदारी ली और कहा है कि उसके अल-कसम ब्रिगेड ने रॉकेट दागे हैं। हमास ने एक टेलीग्राम पोस्ट में कहा, “फिलहाल, अल-कसम ब्रिगेड नागरिकों के खिलाफ जायोनी नरसंहार के जवाब में तेल अवीव शहर और उसके बाहरी इलाके में ‘एम90’ रॉकेटों से बमबारी कर रही है।” रॉकेट अलार्म गाजा सीमा क्षेत्र और बैट यम और होलोन सहित मध्य इजरायल में बजाए गए। हालांकि, इस हमले को लेकर तेल अवीव में सायरन नहीं बजाया गया।
लाखों लोग इजरायल-हमास युद्ध से प्रभावित
दरअसल, 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायल में घुसपैठ करके गोलीबारी की गई और हमास के आतंकी अपने साथ 200 से अधिक लोगों को बंधक बनाकर ले गए। इस दौरान लगभग 1200 इजरायली मारे गए थे। इसके बाद प्रतिशोध में इजरायल ने 27 अक्टूबर को गाजा के अंदर एक जमीनी आक्रमण शुरू कर दिया।
इसके बाद अब तक लगभग 21,822 फलस्तीनी मारे गए हैं, जिनमें अधिकतर बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। वहीं, 56,451 से अधिक फलस्तीनी घायल हुए हैं।