इस्लामाबाद। भारत-पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान की नवाज शरीफ सरकार ने सैन्य नेतृत्व को सख्त चेतावनी दी है। सरकार ने साफ कहा है कि आतंकियों का सफाया करना बहुत जरूरी है। यदि ऐसा नहीं किया गया तो पाकिस्तान दुनिया में अलग-थलग पड़ जाएगा और इसे कोई रोक नहीं पाएगा। पाक सरकार ने साफ कहा है कि आतंकी गुटों पर कार्रवाई में सेना और खुफिया एजेंसियां कोई दखलंदाजी न करें।

गौरतलब है कि उरी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को दुनिया से अलग-थलग करने की रणनीति अपनाई थी और इसमें तब बड़ी कामयाबी मिली, जब 8 में से 5 देशों ने पाकिस्तान का बहिष्कार करते हुए नवंबर में आयोजित सार्क सम्मेलन में शामिल होने से इन्कार कर दिया था।
पाक के अंग्रेजी अखबार ‘द डॉन’ के अनुसार, पाकिस्तान में हुई उच्च स्तरीय बैठक में दो एक्शन प्लान तय हुए। पहले एक्शन प्लान के अनुसार, आईएसआई के डीजी जनरल रिजवान अख्तर और पाक एनएसए नसीर जंजुआ चारों प्रॉविन्स का दौरा करेंगे। वहां वे प्रॉविंशियल कमिटियों और आईएसआई के सेक्टर कमांडर्स से मिलेंगे। इससे यह मैसेज देना है कि सेना की अगुआई में चलने वाली इंटेलिजेंस एजेंसियां आतंकी गुटों पर किसी भी तरह कार्रवाई में किसी तरह की दखलअंदाजी नहीं करेंगी। अख्तर तो लाहौर के दौरे पर निकल भी गए हैं।
दूसरे प्लान के अनुसार, पाक पीएम नवाज शरीफ ने साफतौर पर कहा है कि पठानकोट हमले की नए सिरे से जांच होगी। साथ ही रावलपिंडी की आतंकरोधी कोर्ट में चल रही मुंबई हमले की ट्रायल भी दोबारा से शुरू होगी। बीते दिनों पंजाब प्रांत के सीएम शहबाज शरीफ (नवाज के भाई) और अख्तर के बीच जोरदार बहस हुई थी। ये फैसले उसी के बाद लिए गए।
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