बिहार महागठबंधन के टूटने और फिर नई सरकार बनने के बाद से जारी राजनीतिक उठापटक रुकने का नाम नहीं ले रही है. जहां एक ओर सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद यादव नाराज हैं, तो दूसरी ओर मंत्री पद नहीं मिलने से गुस्साए पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान की राजनीति भूख अभी नहीं गई. सीएम के यहां परिवार को ले जा कर मांग की. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह आज की राजनीति रह गई है?अभी-अभी: पूर्व सांसद के पोते व बहु ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी को नीतीश कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया है. हालांकि वह बीजेपी के साथ गठबंधन में शामिल हैं. शनिवार को नीतीश कैबिनेट के 26 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली. वहीं, नीतीश कुमार से नाराज शरद यादव को लालू यादव ने न्योता दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘गरीब, वंचित और उपेक्षित जमात के हकूक की खातिर हम वैचारिक रूप से साथ सभी सहयोगियों को लेकर खेत-खलिहान से लेकर सड़क व संसद तक संघर्ष करेंगे. हमने और शरद यादव ने साथ लाठी खाई हैं. संघर्ष किया है. आज देश को फिर संघर्ष की जरूरत है. शोषित और उत्पीड़ित वर्गों के लिए हमें लड़ना होगा. गरीब, वंचित और किसान को संकट/आपदा से निकालने के लिए हम नया आंदोलन खड़ा करेंगे.’
लालू ने कहा, ‘शरद भाई,आइए सभी मिलकर दक्षिणपंथी तानाशाही को नेस्तनाबूद करें. नीतीश कुमार, कफन में जेब नहीं होती, लेकिन कुकर्मों का दाग जरूर होता है. जनता और मालिक सबके सब कर्मों का लेखा-जोखा रखते है. धीरज रखिए.’ बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद से जनता दल यूनाइटेड (JDU) में शुरू हुई बगावत के बीच लालू का यह ट्वीट आया है. शनिवार को नीतीश कैबिनेट के 27 मंत्रियों ने शपथ ली, लेकिन शरद यादव शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने नहीं पहुंचे.