नोटबंदी को 9 नवंबर को एक साल पूरा हो जाएगा. नोटबंदी की घोषणा होने के बाद से मोदी सरकार लगातार कैशलेस भुगतान को बढ़ावा देने में जुटी हुई है. इसका परिणाम ये हुआ है कि क्रेडिट कार्ड यूजर्स की संख्या काफी ज्यादा बढ़ी है. हालांकि इसके साथ ही बढ़ी है समय पर बिल न भरने वालों की संख्या.NTPC हादसा: CM योगी के आदेश के बाद भी ट्रॉमा में रही बदइंतजामी
आरबीआई नेे जारी की रिपोर्ट
भारतीय रिजर्व बैंक की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक नोटबंदी के करीब एक साल बाद क्रेडिट कार्ड यूज करने वालों की संख्या में इजाफा आया है. लेकिन इसके साथ ही आउटस्टैंडिंग बैलेंस भी 38.7 फीसदी बढ़ा है.
59900 करोड़ हुआ आउटस्टैंडिंग बैलेंस
पिछले साल सितंबर 2017 तक 59900 करोड़ रुपये ऐसी रकम थी, जिसे क्रेडिट कार्ड यूजर ने खर्च तो किया, लेकिन बैंकों को वापस नहीं चुकाया. इससे पहले साल यह रकम 43,200 करोड़ रुपये थी.
दो साल में 78 फीसदी बढ़ा
आंकड़ों की मानें तो सितंबर 2015 से लेकर अब तक आउटस्टैंडिंग बैलेंस में 77.74 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है. सितंबर 2015 में आउटस्टैंडिंग बैलेंस 33700 करोड़ रुपये था.
कैश की किल्लत से बढ़ा कार्ड का यूज
क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल पिछले 12 महीनों में काफी ज्यादा बढ़ा है. इस दौरान नोटबंदी की वजह से कैश की किल्लत हुई. कैश न होने के चलते ही लोगों ने क्रेडिट कार्ड लेना और उसे बड़े स्तर पर इस्तेमाल करना शुरू किया.
326 करोड़ हुए क्रेडिट कार्ड यूजर
आरबीआई के मुताबिक क्रेडिट कार्ड लेने वालों की संख्या भी काफी ज्यादा बढ़ी है. अगस्त, 2016 में क्रेडिट कार्ड यूजर्स 263 करोड़ थे. अगस्त 2017 में यह संख्या बढ़कर 326.5 करोड़ पर पहुंच गई.
बढ़ा क्रेडिट कार्ड से खर्च
हाल ही में हुए एक सर्वे में भी यह बात सामने आई है कि शहरों में रहने वाले भारतीय अब बड़े स्तर पर क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करने लगे हैं. इस सर्वे में शामिल होने वाले 57 फीसदी लोगों ने माना कि पहले के मुकाबले अब वह क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ज्यादा करने लगे हैं.