नई दिल्ली 13 दिन और उसके बाद कैश की किल्लत धीरे धीरे खत्म होने लगेंगी। ऐसा दावा सरकार का है। लेकिन हकीकत कुछ और ही है। RBI के सूत्रों के अनुसार सरकार नोटबंदी को लेकर अपना एक बड़ा फैसला वापस ले सकती है। या यूं कहिए कि बदल सकती है। सरकार एक दिन में पैसों की निकासी की सीमा को लेकर विचार कर रही है। खबर है कि सरकार इस सीमा को बढ़ा सकती है।
नोटबंदी मंजिल नहीं बस एक पड़ाव है- पीएम मोदी सरकार ने कहा है कि 30 दिसंबर के बाद बैंकों और एटीएम से पैसे निकालने की सीमा पर विचार किया जाएगा। अभी बैंकों से एक हफ्ते में 24 हजार निकालने की छूट है. फिलहाल एक एटीएम कार्ड से एक दिन में सिर्फ 2500 रुपए निकाले जा सकते हैं। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल कहा कि नोटबंदी मंजिल नहीं बस एक पड़ाव है। इसके बाद बेनामी संपत्ति वालों पर शिकंजा कसा जाएगा।
डिजिटल लेनदेन पर जोर देते हए पीएम मोदी ने छोटे कारोबारियों को भरोसा दिया कि उन्हें डरने की जरूरत नहीं है। उनके पिछले रिकॉर्ड खंगाले नहीं जाएंगे।
अब तक 316 करोड़ का काला कैश बरामदइस बीच आयकर विभाग ने बताया है कि नोटबंदी के बाद से अब तक 316 करोड़ कैश बरामद हो चुका है और कुछ 76 करोड़ की ज्वैलरी जब्त की गई है। आयकर विभाग के मुताबिक इस दौरान 2600 करोड़ की अघोषित आय का भी पता चला है।काले धन को सफेद करने काआखिरी मौकाकालेधन वालों को सरकार ने दिया आखिरी मौका है।
सरकार ने आज से एक नई इनकम डिसक्लोजर स्कीम शुरू की है, जिसके तहत 50 फीसदी तक टैक्स और जुर्माना भरकर कोई भी अपनी काली कमाई सफेद करवा सकता है. ये योजना अगले साल 31 मार्च तक रहेगी। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना लॉन्च प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत यदि नकद या बैंक या फिर डाकघऱ में जमा 1 करोड़ रुपये की अघोषित आय का खुलासा करना है तो सबसे पहले 49 लाख 90 हजार रुपये बतौर टैक्स, जुर्माना और सरचार्ज के तौर पर सरकारी खजाने में देना होगा। जुर्माने की रसीद पर छपी तारीख से 25 लाख रुपये चार साल के लिए फिक्स्ड डिप़ॉजिट में चला जाएगा। इस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा। बाकी बची 25 लाख 10 हजार रुपये की रकम नियमों के मुताबिक बैंक से निकाल सकेंगे. एफडी के 25 लाख रुपये चार साल बाद मिलेंगे।