आम आदमी पार्टी में बगावत का बिगुल फूंकने वाले नेता प्रतिपक्ष पद से हटाए गए सुखपाल सिंह खैहरा को आज एक और पार्टी विधायक का साथ मिल गया है। गढ़शंकर के विधायक जयकिशन भी खैहरा के पक्ष में खुलकर उतर आए हैं। खैहरा के साथ पत्रकारों से बातचीत में जयकिशन ने कहा कि वह पंजाब के हितों को लेकर खैहरा के साथ हैं। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि केजरीवाल उनके फेवरेट नेता हैं।
जयकिशन ने कहा कि वह केजरीवाल या पार्टी के खिलाफ नहीं हैं। उन्होंने यह भी दोहराया कि आम आदमी पार्टी में रहकर ही वह पंजाब के हितों की लड़ाई लड़ेंगे। इस मौके पर सुखपाल खैहरा व कंवर संधू ने कहा कि अब आगाज हो चुका है। हम वालंटियरों द्वारा लिए गए फैसले से पीछे नहीं हटेंगे। पंजाब और दिल्ली के बीच अगर दिल्ली अपनी हट नहीं छोड़ता है तो लड़ाई जारी रहेगी। कहा कि 11 अगस्त को गढ़शंकर से अभियान की शुरुआत की जाएगी।
बता दें, दो अगस्त को खैहरा व उनके समर्थक विधायकों, पदाधिकारियों व वालंटियर्स ने बठिंडा में कांफ्रेंस कर दिल्ली को खुली चुनौती दी थी। खैहरा गुट ने इसमें प्रस्ताव पारित कर ऐलान किया था कि पंजाब में पंजाबी ही आम आदमी पार्टी को चलाएंगे। पंजाब में आप को नए तरीके से खड़ा किया जाएगा। कन्वेंशन में आप के संगठन को भंग करने का प्रस्ताव भी पारित किया गया। कन्वेंशन में खैहरा काे नेता प्रतिपक्ष से हटाने के निर्णय को खारिज करते हुए विधायक दल का नया नेता चुनने की मांग की गई।
उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार के खिलाफ आवाज उठानी शुरू की तो उन्हें साजिश के तहत नेता प्रतिपक्ष के पद से हटा दिया गया। कुछ नेताओं को लगा कि खैहरा का कद बड़ा हो रहा है और उसकाे किनारा करो। उन्होंने राज्य भर का दौरा कर तीसरा विकल्प पैदा करने का एेलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य मे र्इमानदार नेताओं, लोगाें व युवाओं को आगे लाकर आम आदमी पार्टी को नए रूप में खड़ा करेंगे।
कन्वेंशन में सुखपाल सिंह खैहरा अौर कंवर संधू के साथ कई विधायक मौजूद रहे। कन्वेंशन में आप के सात विधायक पहुंचे थे। अब खैहरा को एक और विधायक का साथ मिल गया है। वरिष्ठ नेता व आप विधायक कंवर संधू ने कन्वेंशन में कई प्रस्ताव पेश किए और सुखपाल सिंह खैहरा ने लोगों से इस पर मुहर लगवाई।