पंजाब विधानसभा की मॉनसून सत्र में सोमवार को धार्मिक ग्रंथों से बेअदबी व बहिबलकलां फायरिंंग पर जस्टिस रणजीत सिंह अायोग की रिपोर्ट पेश कर दी गई। इसके बाद सदन में भारी हंगामा हो गया और शिअद व भाजपा के विधायकों ने सदन से वाकअाउट किया। विधानसभा में 1984 के सिख विरोधी दंगे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बयान पर भी काफी हंगामा हुआ।
उन्होंने यह भी पूछा के विधानसभा में पेश किए जाने से पहले ही आयोग की रिपोर्ट और सरकार द्वारा एक्शन टेकन रिपोर्ट लीक कैसे हो गई। उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की नीयत ठीक नहीं है। सुखबीर बादल ने दादूवाल को आइएसआइ का एजेंट बताया। उन्होंने कहा कि दादूवाल ने ही शिअद को नुकसान पहुंचाने के लिए इस तरह की रिपोर्ट तैयार करवाई है।
दूसरी ओर, राजस्थान से पानी की रॉयल्टी की मांग को लेकर लोक इंसाफ पार्टी के प्रधान सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस ने भी विधानसभा के बाहर धरना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार जानबूझकर राजस्थान से पानी की राॅयल्टी नहीं ले रही है।
बता दें कि पुलिस फायरिंग कांड की जांच को लेकर गठित रिटायर जस्टिस रणजीत सिंह आयोग की रिपोर्ट आज पंजाब विधानसभा मेें पेश की जाएगी। विपक्ष की मांग को लेकर सरकार ने आयोग की रिपोर्ट पेश करने का फैसला किया था। इस पर बहस मंगलवार को होगी, लेकिन कठघरे में खड़ा अकाली दल कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के निशाने पर रहेगा। रिपोर्ट पर कार्रवाई की मांग को लेकर आम आदमी पार्टी व अकाली दल भी कांग्रेस पर पलटवार की तैयारी में हैैं। इस मुद्दे पर विधानसभा में जमकर हंगामा होने की संभावना है।
कांग्रेस व आम आदमी पार्टी के निशाने पर अकाली दल, आयोग की रिपोर्ट पर कार्रवाई पर घिर सकती है सरकार