राज्य के दानिश शर्मा ने इंडोनेशिया के जकार्ता में शुरू हुई एशियन गेम्स में जगह बना ली है। वह 24 अगस्त को भारतीय कुराश टीम के साथ इंडोनेशिया के लिए रवाना होंगे। उजबेकिस्तान से कैंप में भाग लेकर बुधवार सुबह दानिश अपने शहर मां-बाप, कोच और अपने शुभचिंतकों का आशीर्वाद लेने पहुंचे।
6.2 फीट ऊंची कद काठी वाले दानिश ने दैनिक जागरण से खास बातचीत में कहा कि उनका मकसद अपने देश और राज्य के लिए एशियन गेम्स में भाग लेकर कुराश खेल में पदक जीतना है। वह अपने प्रतिद्वंद्वियों को चित करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
उन्होंने बताया कि उजबेकिस्तान में भारत सरकार और इंडियन ओलंपिक काउंसिल की ओर से खिलाड़ियों के लिए कैंप का आयोजन किया गया था। इसमें भारतीय दल ने कड़ा अभ्यास किया है। उम्मीद है कि वुशु खेल की तरह पहली बार एशियन गेम्स में शामिल कुराश खेल में इस बार भारत के खिलाड़ी पदक जीतने में कामयाब रहेंगे। दानिश के कोच विकास डोगरा भी पदक के लिए आश्वस्त हैं।
उन्होंने बताया कि पिछले 10 वर्ष से दानिश कड़ा अभ्यास कर रहे हैं। अब तक कई राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपनी प्रतिभा साबित कर चुके हैं। जूडो और कुश्ती की तरह मिलते जुलते इस खेल में दानिश ही एकमात्र राज्य के खिलाड़ी हैं जिनका चयन भारतीय कुराश टीम में किया गया है। दानिश 90 किलो भार वर्ग में भाग लेंगे। भारतीय कुराश टीम में पुरुष वर्ग में जतिन, जैकी गहलोत, मुनीश टोकस, द्विवेश, दानिश शर्मा, परीक्षित कुमार, अश्विन पंडारी चंद्रन और महिला वर्ग में ¨पकी बलहारा, मालाप्रभा यालप्पा, बिनिशा नायाकट्टू, मेघा टोकस, ज्योति टोकस और अमीशा टोकस को चुना गया है।
उनका चयन पुणे में दो महीने पहले आयोजित हुए ट्रायल में किया गया था। दानिश ने न केवल खेल के मैदान में बाजी मारी है, बल्कि पढ़ाई में भी मेधावी रहे। दसवीं की कक्षा में मात्र कुछ अंकों के अंतर से वह पोजीशन हासिल करने से चूक गए।
कॉलेज की पढ़ाई दिल्ली यूनिवर्सिटी से उत्तीर्ण करने के दौरान उन्होंने जूनियर राष्ट्रीय स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर अपना लोहा मनवाया। इसी से प्रभावित होकर दानिश को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी अमृतसर में बीपीएड और एमपीएड करने का स्वर्णिम मौका हासिल हुआ। अपनी मेहनत के बल पर वह बीपीएड और एमपीएड के भी टॉपर रहे।
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