अलीगढ़: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी जनसभा में रविवार को बड़ी घटना होने से बच गई। भाजपा की विजय संकल्प रैली में बदइंतजामी के कारण प्रधानमंत्री के मंच के नीचे स्पार्किंग से आग लग गई। मामले में विद्युत सुरक्षा विभाग के निदेशक संजय माथुर,ए उप निदेशक उदयभान सिंह और ठेकेदार संजीव चौहान के खिलाफ ,थाना बन्नादेवी में धारा 337 के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मंच के नीचे आग की लपटें व धुआं निकलता देख सुरक्षा कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। एसपीजी से लेकर स्थानीय सुरक्षा बलों ने मंच के भीतर घुसकर तार काट कर आग को बुझाया। मंच तक धुआं आते ही नेताओं व अधिकारियों के हलक सूख गए। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। एसपीजी के जवानों ने प्रधानमंत्री को मंच पर जाकर स्पार्किंग की बात बताकर संतुष्ट किया।
इस मामले में विद्युत सुरक्षा विभाग के निदेशक सहित तीन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है। अलीगढ़ के नुमाइश मैदान में रविवार को भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंच पर थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का भाषण चल रहा था। इसी दौरान मंच के ठीक आगे तारों में स्पार्किंग हुई और लपटें उठने लगीं। शस्त्र से लैस एसपीजी के जवानों व अग्निशमन विभाग के अधिकारी संजय जायसवाल ने तत्काल मंच के नीचे जाकर तार काटा और आग को बुझाया।
मंच की ओर आ रही सप्लाई को बंद कराया गया। गनीमत रही कि एसपीजी की नजर तत्काल लपट पर पड़ गई अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था। एसपीजी ने आग बुझाई और मंच पर प्रधामंत्री को पूरी बात बताईए जिसके बाद प्रधानमंत्री ने अपना भाषण शुरू किया। प्रधानमंत्री की हाईप्रोफाइल सुरक्षा में भारी चूक आखिर कैसे हो गई। मामला जांच का विषय भी बन रहा है। इसमें सवाल विद्युत सुरक्षा विभाग पर भी खड़े हो रहे हैं।
आखिर तारों की जांच क्यों नहीं की गई। जबकि ब्रीफ्रिंग के दौरान डीएम चंद्रभूषण सिंह ने विभाग के अधिकारियों से पूछा भी था कि सभी विद्युत तारों की जांच हो गई है। सभा स्थल के पास ही बिजली तारों में स्पार्किंग होने से आग लगी थी। जिस पर समय रहते ही काबू पा लिया गया था। इस मामले में विद्युत सुरक्षा विभाग के निदेशक सहित तीन लोगों पर मुकदमा किया गया है।