ताओरमिना| अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शीर्ष सलाहकारों में से एक का कहना है कि ट्रंप पश्चिमी देशों द्वारा रूस पर लगे प्रतिबंधों को बनाए रखने का पक्षधर है। यूक्रेन संघर्ष में रूस की कथित भूमिका की वजह से पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगाए हुए हैं।यह भी पढ़े:> अभी-अभी: लगातार हुए 900 धमाके, इस धमाके से दहल उठा पूरा देश…
जी7 सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय आर्थिक परिषद के निदेशक गैरी कोन्ह ने संवाददाताओं को बताया, “हम रूस पर लगे प्रतिबंधों को कम नहीं करने जा रहे। यदि जरूरत पड़ी तो हम रूस पर प्रतिबंधों को कड़ा करेंगे।” कोन्ह ने कुछ दिने पहले संवाददाताओं को बताया था कि ट्रंप प्रशासन इस मामलें पर विचार कर रहा है और अभी वह इस पर फैसला नहीं ले पाया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, सलाहकार ने यह स्वीकार किया कि उनके पिछले बयानों से ट्रंप की मंशा पर संदेह पैदा हुआ है। उन्होंने कहा कि उन्हें अधिक स्पष्ट होना चाहिए था।
उनका यह बयान इन अटकलों के बीच आया है कि अमेरिका, रूस पर लगे प्रतिबंधों में ढील देना चाहता है। यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष डोनाल्ड टस्क ने जी7 देशों से रूस पर लगे प्रतिबंधों लेकर एकजुटता रखने की अपील की है। जी7 देशों में अमेरिका, जर्मनी, जापान, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली और कनाडा है।
बता दें कि अमेरिका के इस रुख का भारत पर भी गहरा प्रभाव पड़ेगा। आजादी के बाद से ही रूस भारत का सबसे मजबूत साथी रहा है। जबकि आज के दौर में अमेरिका के साथ भी भारत के संबंध बहुत बेहतर बने हैं। ऐसे में पीएम मोदी के लिए इन दोनों में से किसी एक का समर्थन करना बेहद मुश्किल होगा। इसमें कोई शक नहीं कि आने वाले वक्त में भारत के लिए यह धर्मसंकट की स्थिति होगी।