लखनऊ: लखनऊ क्राइम ब्रांच का दारोगा बनकर लोगों से वसूली करने वाले तीन जालसाजों को नाका पुलिस ने बस स्टैण्ड से गिरफ्तार किया। पुलिस ने उनके पास से ठगे गये 800 रुपये, 6 मोबाइल फोन और तीन बाइक बरामद की है। पकड़ा गया एक आरोपी लॉ की पढ़ाई कर चुका है।
एसपी पश्चिम विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि रविवार को नाका पुलिस नत्था तिराहे के पास चेकिंग कर रही थी। इस बीच जालौन जनपद निवासी तेजस्वी पाठक पुलिस के पास पहुंचा और बताया कि बस स्टैण्ड पर कुछ लोग क्राइम ब्रांच का बताकर चेकिंग कर रहे हैं और उन लोगों ने उसके 800 रुपये भी छीन लिये हैं। आरोपी इस तरह अन्य लोगों की भी चेकिंग कर रहे हैं और विरोध करने वालों को स्मैक लगाकर जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं।
तेजस्वी की इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए नाका पुलिस की टीम बस स्टैण्ड पहुंची। बस स्टैण्ड के बाहर तीन युवक खुद को क्राइम ब्रांच का दारोगा बताकर लोगों से चेकिंग के नाम पर वसूली कर रहे थे। नाका पुलिस ने जब तीनों से उनके आईडी कार्ड मांगे तो वह कोई आईडी कार्ड नहीं दिखा सके। शक होने पर नाका पुलिस ने तीनों को धर लिया।
तलाशी ली गयी तो उनके पास से तेजस्वी पाठक के ठगे गये 800 रुपये, 6 मोबाइल फोन और तीन बाइक मिली। पूछताछ में आरोपियों ने क्राइम ब्रांच का दारोगा बनकर वसूली करने की बात कुबूली। पकड़े गये आरोपियों ने अपना नाम मानकनगर निवासी चेतन शर्मा, कृष्णानगर विनासी सुमित कुमार और कृष्णानगर निवासी सरफराज बताया। पकड़ा गया आरोपी चेतन ने केकेसी से लॉ की पढ़ाई कर रखी है, जबकि सुमित हजरतगंज इलाके में एक शोरूम में काम करता है। वहीं सरफराज की घर में ही परचून की दुकान है।
कई जगहों पर वारदात को अंजाम देने की बात कुबूली
नाका पुलिस का कहना है कि पकड़े गये आरोपियों ने पुलिसकर्मी बन और भी कई लोगों से इस तरह टप्पेबाजी करने की बात कुबूली है। आरोपियों का कहना है कि वह लोग कैसरबाग बस अड्डा, चारबाग रेलवे स्टेशन और ऐसी ही अन्य जगहों पर क्राइम ब्रांच का फर्जी दारोगा बनकर ठगी की वारदात को अंजाम देते थे।