बसपा (BSP) के पूर्व मंत्री रामवीर उपाध्याय (Ramveer Upadhyay) भाजपा में शामिल होने की चर्चा एक बार फिर से शुरू हो गई है. शनिवार शाम बहुजन समाज पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व कैबिनेट मंत्री रामवीर उपाध्याय ने प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी (CM Yogi Adityanath) से मुलाकात की. उधर, बसपा नेता के मुलाकात के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. सूत्रों के मुताबिक ब्राह्मणों को साधने के लिए रामवीर उपाध्याय को बीजेपी में शामिल किया जा सकता है. वहीं सूत्र बताते हैं कि रामवीर उपाध्याय के साथ उनके पुत्र चिराग उपाध्याय भी बीजेपी का दामन थाम सकते है.
हाथरस के सादाबाद से बसपा के विधायक रामवीर उपाध्याय को सतीश चंद्र मिश्रा के बाद पार्टी का प्रमुख ब्राह्म्ण चेहरा माना जाता है. इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रचंड बहुमत से जीतने के बाद से ही माना जा रहा था कि रामवीर उपाध्याय भाजपा में शामिल हो सकते हैं. आपको बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा प्रत्याशी को गले लगाना पूर्व मंत्री एवं विधायक रामवीर उपाध्याय को महंगा पड़ गया था.
लोकसभा चुनाव के नतीजों से पहले बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने विधायक रामवीर उपाध्याय को बसपा से निलंबित कर दिया था. रामवीर उपाध्याय बसपा सुप्रीमो मायावती के करीबी माने जाते थे. लोकसभा चुनाव में वो खूब चर्चाओं में रहे, कभी उन्होंने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में अपील की तो कभी भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह को गले लगाकर उन्हें जीत का शुभकामनाएं दीं.