प्रिंस ऑफ कोलकाता कहे जाने वाले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली मंगलवार को अपने शहर में टैक्सी का सफर करते हुए नज़र आए. गांगुली को कोलकाता के ही एक होटल में बीसीसीआई की बैठक के लिए जाना था, तभी उनकी BMW खराब हो गई. जिसके बाद गांगुली कैब लेकर मीटिंग में पहुंचे. इससे पहले हाल में गांगुली ने ट्रेन का भी सफर किया था.पति से वीडियो चैट के बाद इस मॉडल ने फांसी लगा के की खुदकुशी, वजह जान के उड़ जायेगे होश…
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें, तो सौरव के ड्राइवर का कहना है कि जब गाड़ी ली रोड के पास पहुंची तो खराब हो गई, क्योंकि उन्हें मीटिंग में जाना था इसलिए वे कैब करके निकल गए. बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष गांगुली ने मंगलवार को बीसीसीआई की टेक्निकल टीम की बैठक बुलाई थी.
इससे पहले सौरव गांगुली ने जुलाई में कोलकाता के पास अपनी एक कांस्य की मूर्ति का अनावरण किया. इस दौरान सौरव गांगुली ने कोलकाता से मालदा तक ट्रेन से सफर किया था. सौरव गांगुली लगभग 15 साल बाद ट्रेन का सफर कर रहे थे.
कार्यक्रम के दौरान सौरव गांगुली ने कहा कि उन्होंने इससे पहले 2001 में ट्रेन से सफर किया था, ऐसा करीब 15 साल बाद हुआ है. आपको बता दें कि सौरव गांगुली अभी बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं, और बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य भी हैं.
हुई थी बहस
इस दौरान वह पदातिक एक्सप्रेस से एसी फर्स्ट क्लास से वहां जाने लगे. लेकिन जब गांगुली अपनी सीट पर पहुंचे तो एक व्यक्ति वहां पर पहले से ही बैठा था. इस दौरान गांगुली के साथ बंगाल क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिन अभिषेक डालमिया भी थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गांगुली ने जब उस व्यक्ति से सीट से हटने को कहा तो वह व्यक्ति नहीं उठा और बहस करने लगा. जिसके बाद सौरव ट्रेन से ही उतर गए, वहां पर भीड़ भी जमा हो गई. लेकिन बाद में सौरव को एसी-2 की एक सीट दी गई. दरअसल यह गड़बड़ी तकनीकी कारणों की वजह से हुई थी.