पूर्व सीएम हरीश रावत मंगलवार को गन्ना किसानों के मसले पर सरकार पर हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने गन्ना किसानों संग धोखा किया है। इसलिए कांग्रेसी कार्यकर्ता अपने क्षेत्र के किसानों संग मजबूती के साथ खड़े हों। उनकी आवाज सरकार तक पहुंचानी है। उन्होंने चेताया कि बुधवार को काशीपुर में गन्ना आयुक्त कार्यालय के बाहर धरना देंगे। हरीश रावत ने कहा कि सहकारी चीनी मिलों पर किसानों का 40 प्रतिशत तक बकाया है। लॉकडाउन के बाद किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रही है।
उत्तराखंड में चुनाव की उल्टी गिनती शुरू होने के बाद पूर्व सीएम न सिर्फ जमीनी तौर पर लगातार विभिन्न क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं बल्कि तकनीकि लाभ लेते हुए रोजाना वेबीनार के जरिये किसानों, युवाओं, व्यपारियों और विभिन्न समाजिक संगठनों के साथ वेबीनार भी आयोजित कर रहे हैं। बीते शनिवार को उन्होंने उधमसिंह नगर के विभिन्न गन्ना किसानों की समस्याएं सुनीं थीं। वेबीनार के बाद उन्होंने अपने फेसबुक पेज के जरिये कहा कि कोरोना का समय है, लोग जुटेंगे ही।
इसलिए मैंने किसान कांग्रेस के अध्यक्ष से प्रार्थना की है कि वो सितारगंज, बाजपुर और किच्छा में भी उसी दिन 12 से 4 बजे तक चीनी मिलों पर धरना देकर किसानों के बकाए का जो 40 प्रतिशत के करीब है, उस मसले को उठाएं और मैं भी काशीपुर में जसपुर के 25-30 साथियों के साथ ही गन्ना आयुक्त के कार्यालय पर धरने पर बैठूंगा, ताकि कोरोनाजन्य कर्तव्य का भी हम पालन कर सकें और साथ-साथ जो किसानों के प्रति जो हमारा दायित्व है उसको भी पूरा कर सकें। मुझे विश्वास है कि मेरे साथी, मेरी भावना को समझकर ही कदम उठाएंगे।
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