प्रदेश के हाथरस में दुष्कर्म और हत्या की घटना पर योगी सरकार चौतरफा आलोचना झेल रही है। इस बीच अब राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने भी राज्य की भाजपा सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता पायलट ने कहा है कि उन्होंने पहली बार ऐसा देखा है कि प्रशासन और सरकार ने जानबूझकर सबूत मिटाने की कोशिश की और वहां के ज़िला कलेक्टर ने उनके परिजनों को धमकाने का प्रयास किया।
उन्होंने आगे कहा कि सीएम और पूरे प्रशासन ने विपक्ष की आवाज को दबाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। वहीं इससे पहले राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने भी राहुल गांधी को कल हाथरस जाने से रोके जाने पर तीखी प्रतक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि इतनी बड़ी घटना है, लोकतंत्र में कोई राष्ट्रीय स्तर का नेता पीड़ितों से मिलने के लिए जाना चाहता है, यदि कोई छुपाने की बात नहीं है तो रोकने की बात क्यों होनी चाहिए?
सीएम गहलोत ने कहा था कि राजस्थान में विपक्षी भाजपा के नेता हालिया हिंसा के बाद डूंगरपुर जिले में गए और उन्हें इजाजत दी गई और इसमें कुछ भी गलत नहीं है। गहलोत ने आगे कहा कि, ‘जब छुपाने के लिए कुछ नहीं है तो किसी को क्यों रोका जाएगा। भाजपा नेता डूंगरपुर गए और हमने उनको जाने और वहां की असलियत देखने की इजाजत दी। लोकतंत्र में यह सामान्य बात है।’