प्रद्युम्न मर्डर केस: कंडक्टर अशोक का बयान, बाथरूम में देखा था दो लड़के

प्रद्युम्न ठाकुर मर्डर केस में जमानत पर रिहा हुए आरोपी बस कंडक्टर अशोक कुमार ने आजतक से पुलिस लॉकअप में अपने साथ हुई ज्यादतियों और वारदात वाले दिन का पूरा खुलासा किया है. शुरुआत में मामले की जांच कर रही गुरुग्राम पुलिस ने अशोक को ही मुख्य हत्यारोपी बनाया था, लेकिन CBI ने जांच हाथ में लेने के बाद नया खुलासा करते हुए स्कूल के ही एक अन्य छात्र को हत्या का मुख्य आरोपी बताया है.

अशोक ने गुरुग्राम पुलिस पर आरोप भी लगाया है कि उससे जबरन हत्या का आरोप कबूल करवाया गया. जुर्म कबूल करने के लिए पुलिस लॉकअप में उसके साथ क्या-क्या ज्यादतियां हुईं और घटना के वक्त क्या क्या हुआ, अशोक ने अपनी पूरी आपबीती आजतक को बताई है.

जानिए अशोक की आपबीती उसी की जुबानी-:

1. मैं बाथरुम में गया था. उस वक्त वहां पर दो लड़के मौजूद थे. जैसे ही मैं वॉशरूम से फ्री हुआ, मैंने देखा वह दोनों लड़के भी वहां पर मौजूद नहीं थे.

2. मैं उनको नहीं पहचानता वह कौन हैं.

3. इसके बाद मैं वॉशरूम से बाहर आया तो मैं अपना मुंह धोने लगा, तब मेरे पास माली हरपाल आया और उसने कहा कि टीचर बुला रही हैं. मैं टीचर के पास जा ही रहा था तभी मैने एक बच्चे को वॉशरूम के बाहर खड़े देखा. टीचर भी उस बच्चे को उठाने के लिए कह रही थीं.

4. इसके बाद मैंने देखा वॉशरूम के बाहर एक बच्चा पड़ा हुआ है, जिसका गला कटा हुआ है, जिसके बारे में मुझे बाद में पता चला कि वह प्रद्युम्न है. मैंने उसको उठाया और गाड़ी में रखा.

5. इसके बाद मैं जहां सारे ड्राइवर्स बैठते हैं, वहां बैठ गया.

6. थोड़ी देर बाद कुछ पुलिस वाले आए और मुझे सोहना थाने लेकर गए. वहां मेरे साथ मारपीट की गई. मुझे टॉर्चर किया गया. करंट लगाया गया और मुझे कहा गया कि तू अपना जुर्म कबूल कर. यह भी कहा गया कि तुझे सरकारी वकील दे देंगे, तेरा कुछ नहीं होगा, तू कानून से बच जाएगा.

7. उसके बाद मुझे नहीं पता क्या हुआ. मैंने जो भी बयान दिया था, वह सब मैंने होश में नहीं दिया था. मुझे इंजेक्शन लगाए गए थे.

8. मैं चाहता हूं कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई हो और प्रद्युमन को भी इंसाफ मिले.

9. जब मैं वॉशरूम में था, मैंने वहां पर प्रद्युम्न को नहीं देखा था.

10. इस घटना के बाद मैंने अपने कपड़े धोए. स्कूल के स्टाफ ने मुझसे कहा कि आप बच्चे को उठाकर ले गए थे. इसके लिए उन्होंने मुझे शाबाशी भी दी.

11. अशोक से जब पूछा गया कि सीबीआई द्वारा हत्यारोपी बनाया गया नाबालिग छात्र क्या उस वक्त वहां मौजूद था, तो अशोक का जवाब था- नहीं, मुझे नहीं पता.

 

12. जब मैं वॉशरूम से बाहर आया तब वहां प्रदुम्न का शव नहीं था. थोड़ी देर बाद मुझे माली ने आवाज लगाई, तब मुझे पता चला कि प्रद्युम्न की हत्या हो गई है.

13. मैडम ने मुझे बोला कि बच्चे के चोट लगी है, उसको उठाओ. मैंने देखा कि बच्चे के गले पर निशान है. मैंने मैडम को बोला कि इसकी तो नाड कट गई है, तो मैडम ने बोला फटाफट इसको गाड़ी में रखो.

14. मेरे पास कोई चाकू नहीं था. मैं कोई चाकू धोने वॉशरूम में नहीं गया था.

15. मैंने अपने कपड़े वहां धोए थे, जहां पर हमारा स्टाफ बैठा रहता है.

16. मुझे प्रिंसिपल के बाथरुम में ले गए. वहां मेरे साथ मारपीट की और मुझसे कहा कि हमारे पीछे पीछे आ तुझसे बात करनी है.

17. मैंने वॉशरूम में किसी बच्चे की चीख नहीं सुनी

गुरुवार को जमानत पर रिहा हो घर लौटा अशोक

दिल्ली से सटे गुरुग्राम के रेयान स्कूल में हुए प्रद्युम्न मर्डर केस में गिरफ्तार अशोक 76 दिनों तक हिरासत में रहने के बाद गुरुवार को जमानत पर रिहा हुआ, लेकिन अशोक का स्वास्थ्य बहुत नाजुक है और उसकी स्थिति लगातार खराब हो रही है. अशोक गुरुवार को 104 डिग्री बुखार में तप रहा था, उसके सीने में भी दर्द था और सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी.

यह थी वारदात

आपको बता दें कि 8 सितंबर, 2017 को रेयान स्कूल के बाथरूम में 7 वर्षीय प्रद्युम्न ठाकुर का शव मिला था. उसकी गला रेतकर हत्या की गई थी. इस मामले की जांच कर रही गुरुग्राम पुलिस ने 42 वर्षीय बस कंडक्टर अशोक कुमार को प्रद्युम्न की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया था. दावा किया था कि बच्चे के साथ गलत काम करने में नाकाम रहने के बाद उसने हत्या कर दी थी.

लेकिन सीबीआई द्वारा जांच शुरू करने के बाद इस हत्याकांड में तब नया मोड़ आ गया जब उसी स्कूल में 11वीं के एक छात्र को सीबीआई ने मुख्य हत्यारोपी बनाया है. सीबीआई का कहना है कि आरोपी छात्र ने आगामी परीक्षा और पैरेंट्स-टीचर मीटिंग को टालने के लिए प्रद्युम्न की हत्या की थी. आरोपी छात्र सीसीटीवी फुटेज में भी नजर आया था.

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