मुंबई: दक्षिणी मुंबई में सीएसएमटी रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार शाम फुट ओवर ब्रिज का बड़ा हिस्सा ढह जाने से मरने वालों की संख्या छह पहुंच गई है जबकि 33 अन्य घायल हो गए। इस हादसे पर पीएम मोदी ने भी शोक जताया है।
उन्होंने ट्विटर पर लिखा है मुंबई के फुटओवर ब्रिज हादसे में गई लोगों की जान से बेहद दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं पीडि़त परिवारों के साथ हैं। घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं। महाराष्ट्र सरकार सभी उपयुक्त सहायता मुहैया करा रही है। बता दें कि घायलों को सेंट जॉर्ज और जीटी अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। पुलिस ने बताया कि यह पुल भीड़.भाड़ वाले छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस रेलवे स्टेशन को आजाद मैदान पुलिस थाना से जोड़ता था। मुंबई पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे हादसे की जगह पर न जाएं।
मुंबई पुलिस ने ट्वीट किया सीएसटी के प्लेटफार्म संख्या एक के ऊत्तरी छोर को टाइम्स ऑफ इंडिया इमारत के पास बीटी लेन से जोडऩे वाला पैदल पार पुल ढह गया है। इस पुल को आम तौर पर कसाब पुल के नाम से जाना जाता है क्योंकि 26ध्11 मुंबई आतंकवादी हमले के दौरान आतंकवादी इसी पुल से गुजरे थे। उधर रेल मंत्रालय ने कहा है कि यह ब्रिज बीएमसी का था। हम पीडि़तों को पूरा सहयोग कर रहे हैं। रेलवे डॉक्टर्स और कर्मचारी बीएमसी के साथ राहत और बचाव कामों में जुटे हुए हैं।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर कह मुंबई में फुटओवर ब्रिज के गिरने की खबर सुनकर बहुत पीड़ा हुई है। मैंने बीएमसी कमिश्नर और मुंबई पुलिस अधिकारियों से बात की है और उन्हें रेल मंत्रालय के साथ तालमेल बनाते हुए तेजी से बचाव कार्य करने के निर्देश दिए हैं। बाद में मुख्यमंत्री ने इस हादसे को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि उन्होंने इस हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
उन्होंने कहा कि इस पुल का स्ट्रक्चरल ऑडिट किया गया था जिसमें इसे फिट पाया गया था। इसके बाद भी अगर यह हादसा हुआ हुआ है तो यह ऑडिट पर गंभीर सवाल खड़ा करता है। जांच की जाएगी और सख्त एक्शन लिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि हादसे में मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए मुआवजा देने का फैसला किया है।
इसके साथ ही घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य घायलों को पूरा इलाज उपलब्ध कराएगी। पुलिस प्रवक्ता मंजूनाथ सिंगे ने बताया कि मृतकों की पहचान अपूर्वा प्रभु, रंजना ताम्बे, भक्ति शिंदे, मोहन जी कायगुंडे, जाहिद शिराज खान और टी सिंह के रूप में हुई है।