बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने गुरुवार को कहा कि राज्य के लोगों की भलाई ही उनका मुख्य लक्ष्य है और इसके लिए जरूरत पड़ने पर वह अपनी कुर्बानी देने से भी पीछे नहीं हटेंगे। राज्यपाल ने सुबह में दो ट्वीट किया। एक ट्वीट में उन्होंने एम्फन चक्रवात के बाद नुकसान का आकलन करने बंगाल आ रही केंद्रीय टीम का जिक्र किया। वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि मेरा ध्यान केवल बंगाल के लोगों की भलाई पर है और इसके लिए आवश्यकता पड़ने पर कभी भी कुर्बानी के लिए तैयार हूं।
केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजन को बंगाल में लागू करने की अपनी मांग को दोहराते हुए राज्यपाल ने आगे लिखा कि मैंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बातचीत के दौरान इस मुद्दे को उठाया है कि इस योजना के यहां लागू नहीं होने से बंगाल के किसानों को 7000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
यह किसानों की बकाया राशि है। इसके अलावा 40000 कोरोना जांच रिपोर्ट अभी भी पेंडिंग है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि एम्फन चक्रवात का आकलन करने के लिए केंद्रीय टीम आज, गुरुवार को बंगाल आ रही है। छह जून तक रहेगी। उनके दौरे का पूरा लाभ उठाया जाना चाहिए।
मुझे उम्मीद है कि राज्यवासियों के हित में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री कार्यालय के साथ मिलकर काम करेंगी। आज राज्य के लोग बड़ी मुश्किल का सामना कर रहे हैं। यह मुख्यमंत्री के लिए बड़ा सबक है। उम्मीद है उनकी प्रतिक्रिया सकारात्मक रहेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्यपाल धनखड़ और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बीच विभिन्न मुद्दों पर टकराव जारी है। हालांकि एक दिन पहले बुधवार को राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ फोन पर बातचीत की थी। इसके बाद राज्यपाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि सीएम के साथ उनकी सकारात्मक बातचीत हुई है और वह संकट के इस समय में राज्य सरकार के साथ टकराव नहीं चाहते हैं। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री की तारीफ भी की थी। हालांकि गुरुवार को उन्होंने एक बार फिर इशारों में मुख्यमंत्री पर निशाना साधा।
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